नयी दिल्ली , अक्टूबर 02 -- लोक सभा में विपक्ष के नेता राहुल गाँधी ने विदेश की धरती से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ 'लोकतंत्र पर अंधाधुंध' हमला करने का अरोप लगाया और इसे देश के लिए सबसे बड़ा जोखिम बताया है।

भाजपा ने उनके इस बयान की तीखी आलोचना करते हुए उन्हें ''दुष्प्रचारक नेता" बताया और कहा कि उन्होंने एक बार फिर विदेश की धरती से भारतीय लोकतंत्र को धूमिल करने का प्रयास किया है।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार श्री गांधी ने बगोटा (कोलंबिया) में विद्यार्थियों के साथ भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर परिचर्चा में सवाल - जवाब के दौरान कहा कि भारत में लोकतंत्र पर हो रहा हमला देश के सामने सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि भारत में अनेक धर्म, अनेक परंपराएं , अनेक भाषाएं हैं। इनके बीच संवाद का नाम ही भारत है। उन्होंने कहा, " एक लोकतांत्रिक व्यवस्था ही इस तरह के संवाद की जगह बनाने का सबसे अच्छा तरीका है। पर इस समय भारत में लोकतांत्रिक प्रणाली पर अंधाधुंध हमले हो रहे हैं।"कांग्रेस नेता ने भारत में '16-17 अलग अलग भाषाओं' और क्षेत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि दूसरा बड़ा जोखिम अगल अगल अवधारणाओं, देश के अलग अलग भागों (के बीच संबंधों) का जोखिम है। इन अलग अलग परंपराओं को फलने फूलने का अवसर होना चाहिए । श्री गांधी ने कहा, ' हम चीन नहीं बन सकते जो लोगों का दमन करता है और अधिनायकवादी व्यवस्था चलाता है।'उन्होंने कहा , " चीन ने दुनिया को दिखाया है कि एक गैर लोकतांत्रिक व्यवस्था में कैसे (मजबूत) उत्पादन व्यवस्था चलायी जा सकती है पर हम ऐसा नहीं कर सकते।"परिचर्चा के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्ववाली सरकार की नोटबंदी और जीएसटी जैसी नीतियों ने छोटे और मझोले कारोबारियों को बर्बाद कर दिया है। सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था के एक बड़े हिस्से को कुछ गिने चुने एकाधिकारवादी घरानों के हाथों में सौंप दिया है।

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