नयी दिल्ली , अक्टूबर 29 -- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की छठ महापर्व पर टिप्पणी और मां यमुना को लेकर किया गया उपहास दर्शाता है कि उनकी सोच भारतीय संस्कृति, सनातन परंपराओं और लोक आस्था से कितनी दूर है।

श्रीमती गुप्ता ने आज कहा "बिहार में राहुल गांधी ने अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत जिस तरीके से की है, वह न केवल राजनीतिक अपरिपक्वता का प्रतीक है, बल्कि करोड़ों छठ श्रद्धालुओं की आस्था का भी घोर अपमान है। छठ महापर्व पर उनकी टिप्पणी और मां यमुना को लेकर किया गया उपहास यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि उनकी सोच भारतीय संस्कृति, सनातन परंपराओं और लोक आस्था से कितनी दूर है। यह वही नकारात्मक प्रवृत्ति है जिसने अतीत में भी छठ जैसे पवित्र पर्वों को नीचा दिखाने का प्रयास किया था और आज फिर उसी अपमानजनक मानसिकता को दोहराया जा रहा है।"मुख्यमंत्री ने कहा "महापर्व छठ के दौरान दिल्ली में बिहार के श्रद्धालुओं ने जिस उत्सव, आस्था और समर्पण के साथ छठी मैया की पूजा की, वह राहुल गांधी को रास नहीं आ रहा। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में जिस प्रकार दिल्ली सरकार ने यमुना घाटों पर आस्था और स्वच्छता का जो अद्भुत संगम प्रस्तुत किया है, वह श्रद्धा और समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण है। श्री मोदी के बारे में बोले गए अपशब्द, राहुल गांधी के राजनैतिक दिवालियापन को दर्शाता है। ये सिद्ध करता है की कांग्रेस के पास बिहार के लिए कोई एजेंडा नहीं है, इसलिए सस्ती लोकप्रियता हेतु निजी आरोप लगाने के लिए विवश हैं।"श्रीमती गुप्ता ने कहा कि पहले जहाँ श्रद्धालु झाग और गंदगी में पूजा करने को विवश थे, वहीं आज वही घाट स्वच्छता, सुविधा और सौंदर्य से परिपूर्ण रहे। यही संवेदनशीलता भाजपा की संस्कृति है, जहाँ आस्था का सम्मान राजनीति से हमेशा ऊपर रखा जाता है। यह बयान बिहार और दिल्ली के छठ श्रद्धालुओं की लोक आस्था का अपमान है। उनका यह बयान घोर निंदनीय है।"उल्लेखनीय है कि श्री राहुल गांधी ने बुधवार को बिहार में एक रैली में प्रधानमंत्री मोदी पर छठ पूजा को लेकर टिप्पणी की है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित