नयी दिल्ली , अक्टूबर 25 -- दिल्ली के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने शनिवार को कहा कि विद्यार्थी केवल किताबें नहीं पढ़ रहे बल्कि वह राष्ट्र निर्माण की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं" ।
दिल्ली सरकार ने भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आज सोनिया विहार यमुना घाट पर "जल संगम से जन संगम - एकता के उत्सव" का शुभारंभ समारोह आयोजित किया गया। इसमें दिल्ली के सरकारी विद्यालयों के छात्रों और शिक्षकों सहित 150 उत्साही स्वयंसेवकों ने पवित्र यमुना जल एकत्र किया। यह एकत्रित यमुना जल देशभर की 25 सांस्कृतिक रूप से महत्त्वपूर्ण नदियों में प्रवाहित किया जाएगा जो राष्ट्रीय एकता और सामूहिक उत्तरदायित्व का प्रतीक है। इसके पश्चात उन नदियों से लाया गया पवित्र जल दिल्ली वापस लाया जाएगा जहाँ 31 अक्तूबर को सरदार पटेल की प्रतिमा पर जलाभिषेक समारोह आयोजित किया जाएगा।
श्री सूद ने कहा कि जब भारत आज़ाद हुआ तब 562 रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर सरदार पटेल ने जो कार्य किया, वही राजनीतिक इच्छाशक्ति आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने दिखाई है। अनुच्छेद 370 को हटाकर भारत के भूगोल और हृदय दोनों को एक कर दिया है । उन्होंने कहा कि जिस 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का सपना सरदार पटेल ने देखा था वही आज प्रधानमंत्री के "विकसित भारत एट 2047" के रूप में जीवंत हो रहा है ।
उन्होंने कहा कि, "हमारे विद्यार्थी केवल किताबें नहीं पढ़ रहे वे राष्ट्र निर्माण की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं ।दिल्ली के विद्यालय इस एकता यात्रा के वाहक बने हैं, यह हम सभी के लिए गर्व का विषय है।
इस मौके पर शिक्षा मंत्री सहित उपस्थित सभी अधिकारियों और विद्यार्थियों ने यमुना आरती में भाग लेकर नदी शुद्धि और राष्ट्रीय एकता का संकल्प लिया।
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