पटना , नवंबर 26 -- राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से बुधवार को इस्तीफा दे दिया है।

यह विवाद राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश को नीतीश सरकार में मंत्री बनाये जाने के बाद तेज हुआ है।

पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ, प्रदेश प्रवक्ता राहुल कुमार, प्रदेश महासचिव प्रमोद यादव समेत कई अन्य नेताओं ने बुधवार को रालोमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को अपना इस्तीफा भेज दिया है। नेताओं ने पत्र में साफ लिखा कि पार्टी की ओर से हाल के दिनों में लिये गये राजनीतिक और संगठनात्मक फैसलों से वे सहमत नहीं हैं।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ ने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा कि वे पिछले नौ वर्षों से उपेंद्र कुशवाहा के साथ काम कर रहे थे, लेकिन अब कई राजनीतिक निर्णयों से वह खुद को जोड़ नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि ऐसी स्थिति में उनके साथ काम करना संभव नहीं है, इसलिये पद और पार्टी दोनों से इस्तीफा देना ही उचित है।

जितेंद्र नाथ और अन्य नेताओं ने आरोप लगाया है कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान सीट बंटवारे में पार्टी के हितों की अनदेखी की गई। इसके साथ ही नीतीश कैबिनेट में उपेंद्र कुशवाहा के बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बनाये जाने के फैसले पर भी गंभीर सवाल उठाये गये। नेताओं का कहना है कि यह निर्णय पार्टी की बजाय बेटे को लॉन्च करने की मंशा से लिया गया। उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी सासाराम से विधायक हैं, लेकिन उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया, जिससे यह संदेश जाता है कि उन्हें अपनी पत्नी पर भी भरोसा नहीं है।

उपेंद्र कुशवाहा की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का हवाला देकर बेटे को मंत्री बनाये जाने की सफाई देते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई थी। इस्तीफा देने वाले नेताओं ने इसे भी गलत बताया है और कहा है कि इससे पार्टी की छवि प्रभावित हुई है।

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