लखनऊ , नवम्बर 8 -- उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं । एक तरफ़ जहाँ भाजपा अलग अलग कार्यक्रमों और अभियानों के माध्यम से अपने कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने में जुटी है वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) ने भी अपनी चुनावी तैयारियों को अमली जामा पहनाने की क़वायद शुरू कर दी है । इसी क्रम में 16 नवंबर को मथुरा में अपना राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित करने जा रहा है।
पार्टी के पदाधिकारियों का कहना है कि इस आयोजन में उत्तर प्रदेश भर से 2,000 से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है, जहाँ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की भी घोषणा की जाएगी। इस अधिवेशन को रालोद की भावी राजनीतिक रणनीति को परिभाषित करने और 2026 के पंचायत और 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले अपने जमीनी संगठन को मज़बूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में देखा जा रहा है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता, राज्य और ज़िला अध्यक्ष, और युवा, महिला और किसान विंग के प्रतिनिधि पार्टी के रोडमैप पर विस्तृत विचार-विमर्श में भाग लेंगे।
रालोद का हालिया सदस्यता अभियान, जो 14 अप्रैल (अंबेडकर जयंती) से 31 अक्टूबर (सरदार पटेल जयंती) तक चला, पार्टी के इतिहास का सबसे सफल अभियान बताया गया है। रालोद के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने इस अधिवेशन को लेकर बताया कि, समाज के सभी वर्गों किसानों, युवाओं, महिलाओं और हाशिए के समुदायों सहित से 65 लाख से ज़्यादा नए सदस्यों को आकर्षित किया है।
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