रायपुर , नवंबर 24 -- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 26 से 30 नवंबर तक आयोजित होने वाली पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कॉन्फ्रेंस को लेकर राज्य सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले करीब 550 वरिष्ठ पुलिस एवं खुफिया अधिकारी 26 और 27 नवंबर को रायपुर पहुंचेंगे। एयरपोर्ट पर इन्हें रिसीव करने की जिम्मेदारी एसपी और एएसपी रैंक के अफसरों को सौंपी गई है।

अधिकारियों के आवास के लिए शहर के कई रेस्ट हाउस और होटलों को रिजर्व किया गया है। सभी को उनकी रैंक के अनुसार अलग-अलग स्थानों पर ठहराया जाएगा। इन ठहरने वाले स्थलों पर सुरक्षा के लिए राज्य पुलिस और केंद्रीय बलों के जवान तैनात रहेंगे। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने के लिए केंद्रीय सुरक्षा बल और राज्य पुलिस की कुल 5 कंपनियों को ड्यूटी में लगाया जा रहा है।

सम्मेलन स्थल पर 28 से 30 नवंबर तक सीआरपीएफ और आईबी की टीमें सतत निगरानी में रहेंगी। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की उपस्थिति को देखते हुए उनकी सुरक्षा का जिम्मा एसपीजी के पास रहेगा। केंद्रीय बलों की टीमें सहयोगी भूमिका में रहेंगी।

कॉन्फ्रेंस में राज्य पुलिस के साथ-साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों, इंटेलिजेंस ब्यूरो, राजस्व खुफिया निदेशालय, सीबीआई और अन्य खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। डीजीपी, आईजी और उनके स्टाफ के लिए अलग-अलग आवासीय व्यवस्थाएं की गई हैं। सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत जिन स्थानों को चिन्हांकित किया गया है, वहां 26 से 30 नवंबर तक बाहरी बुकिंग पर रोक रहेगी।

प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के आगमन से पहले 25 नवंबर को एसपीजी की टीम रायपुर पहुंचेगी। यह टीम एयरपोर्ट, सम्मेलन स्थल, आवासीय स्थानों और संभावित मार्गों का सुरक्षा निरीक्षण करेगी। अधिकारियों के रिसीविंग से लेकर सम्मेलन स्थल तक ले जाने के लिए प्रोटोकॉल अफसरों की नियुक्ति की प्रक्रिया भी जारी है। सभी संभागों के आईजी और जिलों के एसपी से मांगे गए ब्योरे के बाद ड्यूटी निर्धारण अंतिम रूप लेगा।

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