रायपुर , दिसंबर 03 -- स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (102) के लगातार दूसरे शतक और ऋतुराज गायकवाड़ (105) के पहले शतक की बदौलत भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे में बुधवार को 50 ओवर में पांच विकेट पर 358 रन का विशाल स्कोर बना लिया।लेकिन मेहमान टीम ने ओपनर एडन मारक्रम (110) के शानदार शतक की बदौलत चार गेंद शेष रहते चार विकेट से जीत हासिल कर तीन मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली।

दक्षिण अफ्रीका ने 49.2 ओवर में छह विकेट पर 362 रन बनाकर वनडे क्रिकेट की तीसरी सबसे बड़ी चेज पूरी की। भरोसा कर पाना मुश्किल है कि दक्षिण अफ़्रीका ने 359 रनों का लक्ष्य इतनी आसानी से हासिल कर लिया है। विराट कोहली का 53वां और ऋतुराज गायकवाड़ का पहला वनडे शतक बेकार चला गया । मेहमान टीम ने इतिहास बनाते हुए सीरीज़ को जीवित रखा है और अब विजाग में निर्णायक मैच खेला जाएगा। एडन मारक्रम के शानदार शतक ने शुरुआती झटके के बाद दक्षिण अफ़्रीका को मैच में बनाए रखा था। मैट ब्रीत्ज़के ने एक बेहतरीन अर्धशतक लगाया जिसमें डेवाल्ड ब्रेविस के साथ साझेदारी जमाई। पांच छक्के लगाकर ब्रेविस ने भी अहम योगदान दिया।

मारक्रम ने 98 गेंदों पर 110 रन में 10 चौके और चार छक्के लगाए। मैथ्यू ब्रीत्ज़के ने 64 गेंदों पर 68 रन में पांच चौके लगाए जबकि ब्रेविस ने 34 गेंदों पर 54 रन में एक चौका और पांच छक्के मारे। कार्बिन बॉश ने 15 गेंदों पर चार चौकों की मदद से नाबाद 29 रन बनाकर दक्षिण को बराबरी दिलाने में अहम योगदान दिया। केशव महराज 10 रन पर नाबाद रहे।

दक्षिण अफ्रीका ने अच्छी रफ़्तार से रन-चेज किया। ओस पड़ने से बैटिंग के लिए हालात बेहतर हो गए, इंडिया भी बॉल और फील्ड में ठीक-ठाक था, लेकिन चेज पूरा करने के लिए उसे अभी भी कुछ स्मार्ट और शांत बैटिंग की जरूरत थी। क्विंटन डी कॉक जल्दी आउट हो गए लेकिन मार्करम ने टॉप ऑर्डर में ज़िम्मेदारी संभाली और कप्तान बावुमा और ब्रीट्ज़के के साथ ज़रूरी पार्टनरशिप की। जायसवाल ने मार्करम का 53 रन पर कैच छोड़ा और उन्होंने 88 गेंदों में सेंचुरी बनाकर इंडिया को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। उनके आउट होने के बाद, ब्रीट्ज़के और ब्रेविस ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 92 रन की पार्टनरशिप की। दोनों ने अपनी फिफ्टी पूरी की लेकिन कोई भी काम पूरा नहीं कर सका। इससे इंडिया को थोड़ी उम्मीद की किरण दिखी, खासकर जब यानसन गिर गए और डी ज़ोरज़ी चोटिल होकर बाहर चले गए। लेकिन बॉश ने उस उम्मीद को तुरंत खत्म कर दिया। पहले वनडे में उनके पास पार्टनर कम पड़ गए थे और वे उन्हें जीत नहीं दिला सके, लेकिन आज उन्होंने महाराज के साथ मिलकर चेज पूरा किया।

इससे पहले विराट ने रांची की अपनी शतकीय पारी को आगे बढ़ाते हुए 93 गेंदों पर 102 रन में सात चौके और दो छक्के लगाए जबकि गायकवाड़ ने वनडे में अपना पहला शतक बनाते हुए 83 गेंदों पर 105 रन में 12 चौके और दो छक्के लगाए। केएल राहुल ने भी अपनी फॉर्म बरकरार रखते हुए लगातार दूसरा अर्धशतक बनाया। राहुल ने 43 गेंदों पर नाबाद 66 रन में छह चौके और दो छक्के लगाए।

भारत की इनिंग्स पहले वनडे जैसी ही थी - टॉप पर एक मजबूत बेस, आखिर में राहुल और रवींद्र जडेजा के कैमियो। रोहित शर्मा (14) जल्दी आउट हो गए, जबकि यशस्वी जायसवाल (22) ने एक बार फिर अपनी काबिलियत का इशारा दिया, वह इसे किसी बड़ी चीज में नहीं बदल सके। लेकिन एक आदमी जिसने अपने मौके का पूरा इस्तेमाल किया, वह थे ऋतुराज गायकवाड़। 62/2 पर आते ही, उन्होंने मार्को यानसन की शॉर्ट-बॉल चाल का सामना किया, अपना समय लिया और फिर खुलकर खेले। विराट कोहली ने एक परफेक्ट सीनियर पार्टनर की भूमिका निभाई, उन्हें गाइड किया और जल्द ही दोनों एक-दूसरे का स्ट्रोक दर स्ट्रोक मैच कर रहे थे।

विकेटों के बीच उनकी दौड़ शानदार रही - तेज, तेज और लगातार, इसने एक शानदार 195 रन की पार्टनरशिप को मजबूत किया। गायकवाड़ ने अपना पहला वनडे शतक लगाया, जबकि कोहली ने लगातार मैचों में शतक बनाए। लेकिन कोहली के आउट होते ही, बाउंड्री सूख गईं। राहुल और जडेजा ने मिलकर 50 रन की अच्छी साझेदारी की। दक्षिण अफ्रीका ने आखिरी फेज में स्कोरिंग रेट को शानदार तरीके से वापस खींचा जो अंत में परिणाम के लिहाज से महत्वपूर्ण रहा।

एकसमय पर ऐसा लग रहा था कि भारत आसानी से 380 के स्कोर को पार कर जाएगा। लेकिन अंतिम 10 ओवरों में दक्षिण अफ्रीका ने अच्छी वापसी की। हालांकि आख़िरी ओवर में 18 रन बटोर कर भारत ने ख़ुद को 358 तक पहुंचा दिया है। जडेजा 27 गेंदों में दो चौकों की मदद से 24 रन बनाकर नाबाद रहे।

दक्षिण अफ्रीका की तरफ से यानसन ने 63 रन पर दो विकेट लिए जबकि नांद्रे बर्गर और लुंगी एन्गिडी को एक-एक विकेट मिला।

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