लखनऊ , अक्टूबर 15 -- आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर अयोध्या सुंदरीकरण और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने न केवल जनता के पैसे का दुरुपयोग किया, बल्कि भगवान श्रीराम और गौ माता के नाम पर भी भ्रष्टाचार कर आस्था को कलंकित किया है। श्री सिंह ने यहां पत्रकारों से कहा कि स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग, अयोध्या मंडल' की रिपोर्ट में 4305 भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, करीब 250 करोड़ से अधिक की अनियमितताएँ दर्ज की गईं, परंतु इनमें से केवल 102 मामलों में ही जवाब मिला। बाकी हजारों मामलों पर सरकार चुप है।

सिंह ने बताया कि कान्हा गौशाला में बड़े पैमाने पर चारा चोरी और फर्जी भुगतान हुए। एक ही मिनट में दो ट्रकों की तौल दिखा कर भुगतान किया गया। 'प्रताप हाइट्स लिमिटेड', जो पहले से ब्लैकलिस्टेड कंपनी है, को 6.05 करोड़ का भुगतान बिना किसी काम के किया गया। इसी तरह लायन सिक्योरिटी सर्विस और किंग सिक्योरिटी सर्विस जैसी एजेंसियों को 1.31 करोड़ का भुगतान बिना अनुबंध या कार्यादेश के कर दिया गया, और 1500 'घोस्ट कर्मचारियों' के नाम पर भुगतान निकाला गया।

संजय सिंह ने आरोप लगाया कि कान्हा गौशाला में सोलर परियोजना के नाम पर 1.08 करोड़ का भुगतान किया गया, जबकि परियोजना का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। उन्होंने बताया कि बिना टेंडर के ही 18 करोड़ का काम प्रताप हाइट्स को हैंडपंप और अन्य कार्यों के नाम पर सौंपा गया।

उन्होंने कहा कि इन घोटालों में जिन अधिकारियों के कार्यकाल में अनियमितताएँ हुईं, उनमें गिरीशपति त्रिपाठी (महापौर, अयोध्या), विशाल सिंह (नगर आयुक्त, अयोध्या / सूचना निदेशक, उत्तर प्रदेश / उपाध्यक्ष, अयोध्या विकास प्राधिकरण), संतोष कुमार शर्मा (नगर आयुक्त, अयोध्या) और नरेंद्र प्रताप सिंह (वित्त एवं लेखा अधिकारी) शामिल हैं।

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