रामनगर , दिसंबर 21 -- उत्तराखंड के रामनगर के पीरूमदारा में रविवार को पूर्व सैनिक विभाग उत्तराखंड कांग्रेस ने अग्निपथ योजना के विरोध में हस्ताक्षर रैली यात्रा का आयोजन किया। यह रैली पीरूमदारा मुख्य चौराहे से शुरू होकर कटियापुल रोड, शांतिकुंज, बद्री विहार, साईं मंदिर होते हुए काशीपुर रोड से वापस पीरूमदारा मुख्य चौराहे पर समाप्त हुई। रैली में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया।

इस मौके पर पूर्व सैनिक विभाग उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष कर्नल राम रतन नेगी (सेवानिवृत्त) और कांग्रेस के पूर्व विधायक रणजीत रावत भी मौजूद थे। रैली के दौरान अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग करते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई और आम लोगों से हस्ताक्षर कर समर्थन देने की अपील की गई।

रैली को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक रणजीत रावत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी शुरू से ही अग्निपथ योजना का विरोध करती रही है। उन्होंने कहा कि सड़क से लेकर सदन तक इस योजना के खिलाफ कांग्रेस ने आवाज उठाई है। गढ़वाल मंडल में पहले ही हस्ताक्षर अभियान चलाया जा चुका है और कुमाऊं मंडल का यह पहला चरण रामनगर के पीरूमदारा क्षेत्र से शुरू किया गया है, जिसे आगे पूरे क्षेत्र में चलाया जाएगा।

श्री रावत ने कहा कि उत्तराखंड देश को सबसे ज्यादा सैनिक देने वाला राज्य है। यहां के युवा हर रेजीमेंट में सेवा दे रहे हैं लेकिन अग्निपथ योजना के माध्यम से सैनिकों के सम्मान, रोजगार और भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि अग्निवीरों को शहीद होने पर भी पूर्ण शहीद का दर्जा नहीं मिलेगा जो सैनिकों के मान-सम्मान पर सीधा प्रहार है।

वहीं कर्नल राम रतन नेगी ने कहा कि जून 2022 में बिना व्यापक चर्चा के अग्निपथ योजना लागू की गई, जिसके तहत युवाओं को केवल चार साल के लिए सेना में भर्ती किया जा रहा है,उन्होंने कहा कि इस योजना में चार साल बाद सिर्फ 25 प्रतिशत जवानों को ही आगे रखा जाएगा, जबकि 75 प्रतिशत युवाओं को बिना पेंशन, ग्रेच्युटी, सीएसडी और मेडिकल सुविधाओं के घर भेज दिया जाएगा,इतना ही नहीं, चार साल सेवा देने के बावजूद उन्हें पूर्व सैनिक का दर्जा भी नहीं मिलेगा।

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