रामनगर , नवंबर 23 -- पीरूमदारा निवासी, हिंदी व्याख्याता और युवा साहित्यकार संतोषकुमार दास शास्त्री को देश की प्रतिष्ठित 105 वर्ष पुरानी साहित्य संस्था कादंबरी (जबलपुर, मध्यप्रदेश) ने महेंद्रनाथ दादू स्मृति सम्मान से विभूषित किया है, यह सम्मान उन्हें उनकी चर्चित रामकथा-केंद्रित कृति वनवासी राघवेंद्र के लिए प्रदान किया गया है।

संतोषकुमार दास शास्त्री अब तक छह पुस्तकों की रचना कर चुके हैं, जिनमें जिम फिलहाल सो रहा था ईश्वर, वनवासी राघवेंद्र,दिल्ली टू दरभंगा, विशेष रूप से चर्चा में रही हैं। इनमें से वनवासी राघवेंद्र में रामकथा के विविध प्रसंगों का अत्यंत जीवंत, मौलिक और भावपूर्ण वर्णन पाठकों के बीच खूब सराहा गया। इसी कृति ने उन्हें यह राष्ट्रीय स्तर का सम्मान दिलाया।

मूल रूप से अध्यापन से जुड़े शास्त्री वर्तमान में राजकीय इंटर कॉलेज शंकरपुर, नैणीडांडा (पौड़ी) में हिंदी प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हैं। साहित्य सृजन के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें इससे पहले 2023 का उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान भी प्रदान किया जा चुका है।

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