नैनीताल , नवम्बर 11 -- उत्तराखंड के रामनगर में कुछ दिन पहले प्रकाश में आये मांस प्रकरण की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंप दी गयी है। हल्द्वानी के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मनोज कत्याल को एसआईटी का प्रभारी नियुक्त किया गया है।

नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डाॅ. मंजूनाथ टीसी ने मंगलवार को बताया कि विगत 23 अक्टूबर को रामनगर और कालाढूंगी थाना के अंतर्गत भीड़ ने मांस परिवहन करने वाले दो वाहनों पर अलग अलग हमला कर दिया था। इन दोनों प्रकरणों में भीड़ पर चालक की पिटायी के साथ ही वाहन को नुकसान पहुंचाने का आरोप है।

उन्होंने कहा कि आज दोनों प्रकरणों की जांच एसआईटी को सौंप दी गयी है। कुल 12 सदस्यीय टीम में एसओजी के अधिकारी भी शामिल हैं। टीम पूरे प्रकरण की जांच करेगी और अग्रिम कार्रवाई करेगी। टीम में सीओ सुमित पांडे के साथ ही कालाढूंगी और रामनगर के थाना प्रभारियों अरूण सैनी और सुशील कुमार को भी शामिल किया गया है।

उन्होंने कहा कि रामनगर प्रकरण में 16 हमलावरों को चिह्नित किया गया है। इनमें से 11 की गिरफ्तारी की जा चुकी है। एक के खिलाफ गैर जमानती वारंट प्राप्त करने के साथ ही तीन के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जा रही है।

इसी के साथ ही उन्होंने बताया कि कालाढूंगी प्रकरण में सीसीटीवी और वैज्ञानिक सुबूतों के आधार पर 29 आरोपियों को चिह्नित किया गया है। इनमें से 15 की गिरफ्तारी हो चुकी हैं। बाकी के खिलाफ कार्रवाई अमल में लायी जा रही है। इनमें से चार के खिलाफ गैर जमानती वारंट के बाद कुर्की की कार्रवाई अमल में लायी जायेगी।

उल्लेखनीय है कि पीड़ित पक्षों की ओर से इन दोनों प्रकरणों को उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है और उच्च न्यायालय ने आरोपी हिंदूवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इसके बाद एसएसपी ने यह सख्त कदम उठाया है।

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