बारां , नवम्बर 30 -- मध्य प्रदेश की सरहद से सटे राजस्थान के बारां जिले की किशनगंज तहसील क्षेत्र के रामगढ़ क्रेटर के आसपास अफ्रीकी चीता पिछले तीन दिन से स्वच्छंद विचरण करता हुआ देखा जा रहा है।
ऐसे में बारां और मध्यप्रदेश के वन विभाग की टोलिया सतर्क हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार से बारां जिले के रामगढ़ क्षेत्र में अफ्रीका से मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के कूनो अभयारण्य में लाया गया चीता विचरण कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक शनिवार को यह चीता रामगढ़ क्रेटर में स्थित कृष्णाई माता मंदिर के नीचे लोगों को नजर आया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। शुक्रवार को वनविभाग की कड़ी निगरानी में कूनों के मेहमान को रामगढ़ क्रेटर की ओर पलायन करते हुए देखा गया था। रविवार को भी वह इसी क्षेत्र में इसकी सक्रिय है।
किशनगंज वन विभाग के अधिकारी दीपक शर्मा ने रविवार को बताया कि शुक्रवार की रात चीता रामगढ़ क्रेटर में स्थित कृष्णाई माता मंदिर के नीचे झाडिय़ों में आराम करता नजर आया। वहीं शनिवार को भी अफ्रीकी चीता ने अपना स्थान नहीं बदला, वह इसी क्षेत्र में बना रहा। वैसे एक नीलगाय को छोड़कर चीता ने अब तक कोई हानि नहीं पहुंचाई है।इसकी हर हरकत पर वन विभाग की नजर है।
करीब एक वर्ष बाद फिर से अफ्रीकी चीता मध्यप्रदेश के श्योपुर की सीमा लांघकर बारां जिले के किशनगंज के रामगढ़ क्षेत्र में पिछले गुरुवार से घूम रहा है। शुक्रवार पूरी रात वह पहाडिय़ों के आसपास झाडिय़ों में छिपा रहा। शनिवार को सुुबह वह झाडिय़ों से निकलकर उसी स्थान पर पहुंचा जहां उसने पिछले दिनों नीलगाय का शिकार किया था।
सूत्रों के अनुसार राजस्थान और मध्यप्रदेश के वन अधिकारी एवं विशेषज्ञ चीते की लगातार निगरानी करने में जुटे हैं। हालांकि चीता दल के आसपास ही है। रामगढ़ माताजी क्षेत्र में चीता के होने पर क्षेत्र के आसपास के लोगों और रामगढ़ माता के दर्शनों को पहुंचने वाले श्रद्धालुओं में भय व्याप्त है।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित