मुंबई , नवंबर 2 -- महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने हाल ही में रिलीज हुई मराठी फिल्म 'पुन्हा शिवाजीराजे भोसले' की समीक्षा के बहाने सत्ताधारी प्रतिष्ठान पर तीखा हमला बोला है।
श्री ठाकरे ने सोशल मीडिया पर 'पुन्हा शिवाजीराजे भोसले' पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने अपने दोस्त महेश मांजरेकर द्वारा निर्देशित यह फिल्म देखी। गौरतलब है कि श्री राज ठाकरे श्री उद्धव ठाकरे के साथ हाल ही में आयोजित 'सत्य मार्च' में भाग लेने के बाद अब अपने विरोधियों तक अपना राजनीतिक संदेश पहुंचाने के लिए सिनेमा का सहारा ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 'समकालीन सिनेमा' शब्द का व्यापक रूप से प्रयोग किया जाता है लेकिन बहुत कम फिल्में इसे सही मायने में दर्शाती हैं। उन्होंने उन लोगों से फिल्म देखने का आग्रह किया जो मौजूदा सामाजिक वास्तविकताओं को समझना चाहते हैं। श्री ठाकरे ने आरोप लगाया कि जनता को धर्म के नाम पर गुमराह किया जा रहा है और सड़कों तथा पुलों जैसी बुनियादी ढ़ांचा परियोजनाओं से चकाचौंध किया जा रहा है।
उन्होंने लिखा, "जनता को भले ही कम लाभ होता है लेकिन शासक निश्चित रूप से समृद्ध होते हैं।" उन्होंने किसानों और मराठी समुदाय की दुर्दशा पर बात करते हुए दावा किया कि प्रतिकूल मौसम और सरकारी उपेक्षा के कारण कृषि समुदाय बढ़ती चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने दुख व्यक्त करते हुये कहा कि एक समय छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरित राज्य में आज किसान निराशा के कगार पर हैं और कुछ आत्महत्या करने को मजबूर हैं। उन्होंने किसानों को अपनी जमीन बेचने के लिए मजबूर करने वाली ग्रामीण नीतियों की आलोचना करते हुये आरोप लगाया कि शहरी मराठी निवासियों को आवास संबंधी भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने अधिकारियों पर मराठी भाषा का अनादर करने वालों को संरक्षण देने और आहार संबंधी विकल्पों पर जोर देने वालों को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया। श्री ठाकरे ने मराठी लोगों से स्थिति को समझने और 'आक्रोश और संघर्ष की भावना' विकसित करने का आह्वान करते हुए फिल्म के माध्यम से जनता की हताशा और चिंता को दर्शाने के लिए मांजरेकर और उनकी टीम की प्रशंसा की।
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