भोपाल , अक्टूबर 7 -- मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग प्रकृति के साथ छेड़छाड़ का परिणाम है, इसलिए विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी समाज को सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि बच्चों को बचपन से ही मानव और प्रकृति के सह-अस्तित्व की शिक्षा दें।
राज्यपाल सोमवार को वन विहार राष्ट्रीय उद्यान, भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय वन्य जीव सप्ताह समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वन और वन्यजीव हमारे पारिस्थितिकी तंत्र की रीढ़ हैं और इनका संरक्षण हमारी नदियों, वनों और जलवायु के संतुलन से गहराई से जुड़ा है।
श्री पटेल ने गुजरात में अपने कार्यकाल का एक उदाहरण साझा करते हुए कहा कि कैसे एक छोटे से स्कूल में बच्चों ने शिक्षकों के साथ मिलकर पौधों की बाउंड्री वॉल तैयार की और चार वर्षों में विद्यालय को हरियाली से आच्छादित कर दिया। उन्होंने कहा कि इसी तरह सामूहिक प्रयासों से पर्यावरण संरक्षण को जन आंदोलन का रूप दिया जा सकता है।
कार्यक्रम में राज्यपाल ने वन्य प्राणी संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सुरक्षाकर्मी गणेश राम, वनरक्षक सचिन परसाई, कमलेश चतुर्वेदी और कृति जैन को सम्मानित किया। इसके अलावा चित्रकला, फोटोग्राफी, मेहंदी, पॉम पेंटिंग, टॉडलर वॉक और फेस पेंटिंग सहित सात प्रतियोगिताओं में 34 विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।
समारोह में मध्यप्रदेश टाइगर फाउंडेशन सोसायटी के वार्षिक प्रतिवेदन 2024-25, जैव विविधता बोर्ड के लेपल पिन बॉक्स, भोपाल बर्ड फेस्टिवल पोस्टर, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की पुस्तक 'ग्रासेस ऑफ सतपुड़ा', और भोपाल बर्ड्स संस्था की फील्ड गाइड 'मध्य प्रदेश के पक्षी' का लोकार्पण किया गया।
राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि जैव विविधता और वन्य जीव संरक्षण ही मानवता का संरक्षण है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में चीतों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है और वन्य जीवों के संरक्षण के लिए नए टाइगर रिजर्व, ईको-पर्यटन केंद्र और रेस्क्यू स्क्वाड गठित किए गए हैं।
विधायक भगवानदास सबनानी ने वन विभाग और प्रतिभागियों को बधाई दी। कार्यक्रम में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख व्ही.एन. अम्बाड़े, प्रधान मुख्य वन संरक्षक एच.यू. खान, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) शुभ रंजन सेन, तथा भोपाल बर्ड्स संस्था से डॉ. संगीता राजगीर और मोहम्मद खालिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में राज्यपाल का स्वागत तुलसी का पौधा भेंट कर किया गया।विजय कुमार, संचालक राष्ट्रीय उद्यान-जू भोपाल ने आभार प्रदर्शन किया।
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