भोपाल , नवम्बर 13 -- राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो, पुलिस मुख्यालय के तत्वावधान में गुरुवार को पुलिस मुख्यालय के नवीन सभागार में अंगुल चिन्ह विशेषज्ञों की राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला का उद्देश्य अपराध अन्वेषण को अधिक प्रभावी, वैज्ञानिक और तकनीकी रूप से सुदृढ़ बनाना रहा।
कार्यशाला की अध्यक्षता अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो श्री जयदीप प्रसाद ने की। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश, अंगुल चिन्ह संबंधी कार्यों में देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। एनएएफआईएस (नेशनल ऑटोमेटेड फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम) के माध्यम से अपराधियों की पहचान और जांच में राज्य का योगदान उल्लेखनीय है। श्री प्रसाद ने विशेषज्ञों को अपने कार्य में तकनीकी नवाचार और वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने के निर्देश दिए, ताकि अपराधों की जांच और पहचान की प्रक्रिया और तेज़ हो सके।
कार्यशाला में केंद्रीय अंगुल चिन्ह ब्यूरो, राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली की निदेशक डॉ. एस. इंदिरा सुधा ने नवीनतम तकनीकी आयामों पर व्याख्यान दिया और मध्यप्रदेश के विशेषज्ञों को उन्नत तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान किया।
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