अलवर , दिसम्बर 13 -- राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने कहा है कि राज्य सरकार की नीति से अरावली की 11 हजार से ज्यादा पहाड़ियां संकट में आ जाएंगी और इसका परिणाम आगामी 20 वर्ष बाद देश की जनता को भुगतना पड़ेगा।
श्री जूली ने शनिवार को अलवर में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्र और राजस्थान की सरकार के कारण अरावली की पहाड़ियां संकट में हैं। जिस तरीके से 100 मीटर की कम की पहाड़ी पर खनन स्वीकृति देने की बात सामने आयी है, उससे अरावली में कुछ भी नहीं बचेगा। दिल्ली पर संकट आ जाएगा। इसके नतीजे 20 से 30 वर्ष बाद देखने को मिलेंगे, जब जलवायु परिवर्तन होगा।
उन्होंने कहा कि सरकार की इस नीति से 11 हजार पहाड़ियां संकट में हैं और अभी हाल में ही आलापुर गांव के लोग इसी समस्या को लेकर आये थे। भाजपा सरकार अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं और उद्योगपति मित्रों को खुश करने के लिए जमीन और खान को आवंटित करने में लगी हुई है। ये राजस्थान की खनिज संपदा काे लूटने का काम यह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि एक तरफ यह 'एक पेड़ मां के नाम' लगाने की बात करते हैं और दूसरी तरफ खानों को चलाने की बात करते हैं। जब खनन कार्य होगा तो लाखों की संख्या में पेड़ काटे जाएंगे।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित