लखनऊ , नवम्बर 21 -- उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को राजकीय बाल गृह (बालिका) सिंधीखेड़ा, लखनऊ में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय द्वारा वित्तपोषित विभिन्न अवस्थापना सुविधाओं का लोकार्पण किया।
नई सुविधाओं में डिजिटल स्मार्ट क्लासरूम, शयन कक्ष के बेड-मैट्रेस, कंप्यूटर कक्ष, किचन एवं डाइनिंग एरिया का नवीनीकरण, टेली-मेडिसिन कक्ष तथा वॉल पैनलिंग शामिल हैं।
इस अवसर पर राज्यपाल ने बालिकाओं के साथ अपने जन्मदिन का केक काटा और उन्हें चॉकलेट, पोषण सामग्री, बेबी केयर आइटम, स्कूल बैग, ट्रैक सूट तथा भारत की महान महिलाओं पर आधारित पुस्तकें भेंट कीं।
उन्होंने बालिकाओं को अहिल्याबाई होलकर और झांसी की रानी जैसी वीरांगनाओं के प्रेरक जीवन से सीख लेने की सलाह दी। बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की राज्यपाल ने सराहना की। बालिकाओं ने अपने हाथों से बनाए जन्मदिन कार्ड भेंट कर राज्यपाल को शुभकामनाएँ दीं।
राज्यपाल ने बालिकाओं को मेहनत से पढ़ने, कौशल सीखने, आत्मनिर्भर होने तथा समाज सेवा से जुड़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने मथुरा के वात्सल्य ग्राम का उल्लेख करते हुए कहा कि सेवा-भाव व्यक्ति में संवेदनशीलता और कर्तव्यनिष्ठा विकसित करता है। राज्यपाल ने आश्वासन दिया कि बालिकाओं के लिए कौशल प्रशिक्षण एवं रोजगार की पहल भी की जाएगी।
कार्यक्रम में यह घोषणा भी हुई कि राज्यपाल की प्रेरणा से राजकीय संप्रेषण गृह (किशोर) मोहान रोड और अमेठी विश्वविद्यालय के बीच बालकों को मनोचिकित्सकीय सेवाएँ उपलब्ध कराने हेतु एमओयू संपन्न हुआ है।
राज्यपाल ने जस्टिस अजय भनोट को विशेष बधाई देते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा से बालिकाओं के लिए विशेष कार्य करने का विचार सुदृढ़ हुआ। उन्होंने बताया कि आईईटी लखनऊ के ''परमार्थ विद्यालय'' से जुड़े शिक्षक एवं विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से बालिकाओं को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं, जो संवेदनशीलता और राष्ट्र-निर्माण का उत्कृष्ट उदाहरण है।
कार्यक्रम में विशेष कार्याधिकारी राज्यपाल डॉ. सुधीर महादेव बोबडे, कुलपति प्रो. जे. पी. पांडे, महिला कल्याण विभाग के अधिकारी, जिला प्रशासन के प्रतिनिधि तथा अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित