अमृतसर , अक्टूबर 04 -- श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज जल्द ही जेल में बंद बलवंत सिंह राजोआना से मुलाकात करेंगे। इस प्रस्तावित मुलाकात के संबंध में, श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) को एक पत्र भेजकर जेल अधिकारियों से मुलाकात की व्यवस्था करने के लिए पत्राचार करने का निर्देश दिया है।

जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज ने शनिवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि बलवंत सिंह राजोआना लगभग तीन दशकों से जेल में बंद हैं। उनके मामले में मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर जारी 2019 की अपनी अधिसूचना को तुरंत लागू करना चाहिए, जिसमें राजोआना की मृत्युदंड की सज़ा को आजीवन कारावास में बदल दिया गया था। जत्थेदार ने कहा कि चूंकि राजोआना पहले ही आजीवन कारावास की दोगुनी अवधि जेल में बिता चुके हैं, इसलिए सरकार को सिख भावनाओं का सम्मान करते हुए उन्हें रिहा करना चाहिए।

जत्थेदार ने कहा कि सरकार को श्री गुरु तेग बहादुर के आगामी 350वें शहीदी साका (शहीदी वर्षगांठ) के मद्देनजर उन बंदी सिंहों (सिख राजनीतिक कैदियों) को भी रिहा करना चाहिए, जिन्होंने पहले ही उन्हें दी गयी सज़ा से ज़्यादा सज़ा काट ली है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से बंदी सिंह जगतार सिंह हवारा को अस्थायी पैरोल देकर न्यायसंगत और मानवीय दृष्टिकोण अपनाने का भी अनुरोध किया, ताकि वह अपनी बुजुर्ग माता नरिंदर कौर से मिल सकें।

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