अलवर , अक्टूबर 05 -- राजस्थान में बेजुबान वन्यजीव नीलगायों की प्राण रक्षा एवं राज्य में लागू नीलगाय हत्या कानून को अविलंब निरस्त करने की मांग को लेकर रविवार को अलवर में 362 लोगों ने रक्तदान करके नीलगायों को जीवनदान देने की राज्य सरकार से गुहार लगाई।

रक्तदान शिविर का आयोजक सामाजिक संस्था सरिता जनसेवा न्यायहित समिति एवं परर्थम दिव्यांग जन कल्याण संस्था द्वारा कालाकुआं स्थित रौटरी पैथ लेब में सुबह नौ बजे से सायं पांच बजे तक किया गया। समिति के अध्यक्ष एडवोकेट विवेक जैन ने बताया कि शिविर में 100 से भी अधिक दिव्यांग भाई बहनों ने भी भागीदारी करके रक्तदान किया।

उन्होंने बताया कि मुख्य द्वार पर ही नीलगायों की प्राण रक्षा के लिये हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया जिसमें 500 से भी अधिक लोगों ने अपने हस्ताक्षर कर अपना नैतिक समर्थन प्रदान किया। मूक प्राणियों की प्राण रक्षा की इस मुहिम को समर्थन देने समग्र समाज के कई प्रबुद्ध लोग भी स्वेच्छा से वहां पहुंचे।

संस्था के अध्यक्ष विवेक जैन के अनुसार हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन शीघ्र मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राजस्थान के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को भेजा जायेगा। ज्ञापन में नीलगायों को भी काले हिरण,बाघ, सांभर आदि की तरह जीवनदान देने की मांग की गयी है।

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