जयपुर , नवम्बर 05 -- राजस्थान में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्यक्रम के तहत दूसरे दिन बुधवार तक राज्य में 36 लाख गणना प्रपत्र बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर वितरित किए गए।

राज्य में गणना प्रपत्र वितरण में प्रभावशाली रणनीति के कारण चित्तौड़गढ़ एवं अलवर जिले लगातार दो दिन से अग्रणी चल रहे हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि राज्य के सभी मौजूदा मतदाताओं के लिए नए गणना फॉर्म (ईएफ) की छपाई और घर-घर जाकर वितरण का काम 199 विधानसभा क्षेत्रों में शुरू हो चुका है। एसआईआर से संबंधित सभी गतिविधियां निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अच्छी तरह से आगे बढ़ रही हैं।

उन्होंने बताया कि सभी राज्यों की मतदाता सूचियां अपलोड कर दी गयी हैं। साथ ही यह लिंक मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर भी उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि विगत एसआईआर की मतदाता सूची में अगर किसी वर्तमान मतदाता के माता-पिता/ दादा-दादी आदि का नाम शामिल है तो सटीक और सत्यापित पारिवारिक संबंध के माध्यम से वंशावली का मानचित्रण (मैपिंग) किया जा रहा है।

श्री महाजन ने बताया कि 40 वर्ष से अधिक आयु के 84.98 प्रतिशत मतदाताओं की मैपिंग की जा चुकी है, इसके साथ ही 40 वर्ष एवं इससे कम आयु के 53.28 प्रतिशत मतदाताओं की भी मैपिंग उनके परिवारजन के विवरण की सहायता से कर ली गई है। इस प्रकार राज्य के कुल 68.17 मतदाता विगत विशेष गहन पुनरीक्षण की मतदाता सूची से मैप हो गए हैं अर्थात इन्हें इस संपूर्ण प्रक्रिया में केवल गणना प्रपत्र में सूचनाओं को भरना है एवं किसी भी प्रकार का कोई दस्तावेज नहीं देना है।

मैपिंग के इस कार्य में जो जिले अग्रणी रहे वह हैं, बाड़मेर, नागौर, बालोतरा, जालौर और दौसा किंतु जिन जिलों में अभी इस कार्य को और अधिक सजगता एवं तत्परता से किए जाने की आवश्यकता है, वे है जोधपुर जयपुर कोटा श्रीगंगानगर एवं अजमेर। एसआईआर चार दिसम्बर तक चलेगा।

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