जयपुर , दिसम्बर 02 -- राजस्थान के सभी बडे़ अस्पतालों में चिकित्सा सेवाओं में व्यापक सुधार की दृष्टि से प्रभावी फीडबैक सिस्टम लागू किया जायेगा। चिकित्सा शिक्षा विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने मंगलवार को जे के लोन अस्पताल के औचक निरीक्षण के दौरान इस संबंध में दिशा-निर्देश दिये। अस्पतालों में आने वाले रोगी एवं उनके परिजन वहां मिल रही स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अपना फीडबैक दे सकेंगे, जिसके आधार पर अस्पताल प्रशासन आवश्यक सुधार कर व्यवस्थाओं को पेशेंट फ्रेण्डली बनाएगा। उच्च स्तर से इस सिस्टम की नियमित निगरानी भी की जायेगी।

श्रीमती राठौड़ ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ एवं सुगम बनाने की दिशा में प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। हमारा प्रयास है कि अस्पतालों में व्यवस्थाएं मरीज हितैषी हों, ताकि रोगियों एवं उनके परिजनों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसी सोच के साथ प्रथम चरण में मेडिकल काॅलेजों से संबद्ध अस्पतालों में फीडबैक सिस्टम अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश दिये गये हैं। इससे रोगियों एवं परिजनों को अस्पतालों में आने वाली कठिनाइयों की वास्तविक जानकारी मिल सकेगी। साथ ही, उनके सुझावों के आधार पर जरूरी सुधार किये जा सकेंगे।

उन्होंने जे के लोन अस्पताल के निरीक्षण के दौरान चिकित्सा अधिकारियों से स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल में मानव संसाधन की स्थिति, विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों के संचालन की स्थिति, जांच, दवा एवं उपचार की व्यवस्थाओं के बारे में पूछा और सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आईसीयू एवं सुपर स्पेशलिटी में आने वाले गंभीर रोगियों की सर्वाइवल रेट को उच्चतम स्तर पर ले जाने के प्रयास किये जायें।

श्रीमती राठौड़ ने पीआईसीयू, एनआईसीयू, सामान्य वार्ड, कैथ लेब, सीटीवीएस इकाई, दवा काउंटर, मा योजना के पंजीकरण केंद्र सहित विभिन्न स्थानों का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिये कि राज्य सरकार राजकीय चिकित्सा संस्थानों में पूरी तरह निःशुल्क उपचार उपलब्ध करवा रही है, इसलिए यह ध्यान रखा जाए कि रोगियों को सभी दवायें अस्पताल से ही उपलब्ध हों, किसी भी रोगी को बाहर से कोई दवा या अन्य सामान नहीं लाना पडे़।

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