राजनांदगांव, अक्टूबर 24 -- ) छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिला प्रशासन की गंभीर लापरवाही के चलते महेंद्र जैन नामक व्यक्ति की करोड़ों रुपये की जमीन फर्जी तरीके से दूसरे व्यक्ति के नाम पर दर्ज कर दी गई। प्रशासन का कहना है कि संबंधित पटवारी की आईडी हैक कर यह धोखाधड़ी की गई है। पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली है। लेकिन पिछले छह महीनों से जांच चल रही है। अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई हैं।

इस मामले में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव निखिल द्विवेदी ने सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण एक आम नागरिक की जमीन छीन ली गई है। यदि वाकई आईडी हैक की जा सकती है, तो "कलेक्टर परिसर की जमीन भी भूमाफियाओं के नाम हो सकती है।"उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी और संबंधित अधिकारियों को बचाने के लिए सुनियोजित षड्यंत्र रचा जा रहा है।

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