राजनांदगांव, अक्टूबर 07 -- ) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने खंड छुईखदान के अंतर्गत साल्हेवारा मंडल में विजयादशमी उत्सव बड़े उत्साह और पारंपरिक तरीके से मनाया।
आरएसएस की ओर से मंगलवार, 07 अक्टूबर को आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में शस्त्र पूजन किया गया और स्वयंसेवकों ने पथ संचलन निकालकर शक्ति और संगठन का प्रदर्शन किया। इस दौरान आरएसएस के स्वंयसेवकों द्वारा संघ को विश्व का सबसे बड़ा गैर-राजनीतिक हिंदूवादी संगठन बताया गया, जिसका लक्ष्य समाज के सभी हिंदुओं को संगठित करके भारत को परम वैभव के शिखर पर पहुंचाकर पुनः विश्व गुरु के पद पर प्रतिष्ठित करना है।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता महाकौशल छत्तीसगढ़ प्रांत क्रीड़ा प्रमुख कौशलेंद्र थे। उन्होंने संगठन का महत्व बताते हुए हिंदू समाज को संगठित रहने के कारणों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने संघ स्थापना के उद्देश्य और विजयादशमी के महत्व को भी समझाया। साथ ही सभी को संघ के शताब्दी वर्ष में प्रवेश की बधाई और शुभकामनाएं दीं।
मुख्य अतिथि के रूप में रायपुर के सेवानिवृत्त शिक्षक एवं सामाजिक कार्यकर्ता रूपलाल यादव शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि संघ विश्व भर के हिन्दुओं को संगठित करने का कार्य कर रहा है और उन्होंने सभी को शताब्दी वर्ष की बधाई और शुभकामनाएं दीं।
पथ संचलन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवक, सामाजिक जन, बच्चे और मातृशक्ति की उपस्थिति दर्ज की गई, जो समाज में संघ की बढ़ती पहुंच और प्रभाव को दर्शाता है।
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