राजनांदगांव , अक्टूबर 20 -- दिवाली के पावन अवसर पर छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव पुलिस ने वाहन चोरी के मामलों में बड़ी सफलता हासिल करते हुए प्रार्थियों को शानदार उपहार दिया है। पुलिस ने लगभग 14 लाख रुपये मूल्य की कुल 10 चोरी की मोटर सायकिलें बरामद की हैं जिन्हें जल्द ही वाहन मालिकों को सुपुर्द किया जाएगा।

बरामद वाहनों में दो बुलेट, छह मोटर सायकिलें और दो स्कूटी बरामद की हैं जिन्हें जल्द ही उनके वास्तविक मालिकों के सुपुर्द किया जाएगा।

यह सफलता थाना कोतवाली क्षेत्र के आठ चोरी के प्रकरणों और दुर्ग जिले के दो प्रकरणों से संबंधित है। प्रोजेक्ट त्रिनेत्र और 75 से अधिक सीसीटीबी फुटेज की मदद से मिली कामयाबी कोतवाली थाना प्रभारी नंदकिशोर गौतम के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। इस टीम ने अत्याधुनिक 'प्रोजेक्ट त्रिनेत्र' की सहायता से दो साल जेल में रह चुके आदतन चोर उमेश कुमार यादव उर्फ 'सन्नाटा' की पहचान की और पुलिस ने देवरी थाना की सहायता से सन्नाटा को गिरफ्तार किया। पूछताछ में शहर से चोरी गई कलेक्ट्रेट की नई स्कूटी, जलाराम के सामने की स्कूटी व मोटर सायकल, और पदमनापुर की मोटर सायकल सहित कुल चार चोरी के वाहन बरामद हुए। यह चोर वाहन चोरी कर पेट्रोल खत्म होने पर उन्हें लावारिस छोड़ देता था।

शेष छह वाहनों की बरामदगी के लिए पुलिस टीम ने ठाकुरटोला टोल प्लाजा से लेकर गोंदिया (महाराष्ट्र) तक 75 से अधिक सीसीटीवी कैमरा रिकॉर्ड खंगाले। जब आमगांव के बाद सीसीटीवी फुटेज मिलने बंद हो गए, तो थाना आमगांव (महाराष्ट्र) से संपर्क कर डाटा साझा किया गया। आमगांव पुलिस के सहयोग और लोकल नेटवर्क की मदद से वाहन चोरों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली और उनसे छह अतिरिक्त वाहन बरामद हुए, जिनमें कलेक्ट्रेट कर्मचारी की बुलेट, लखोली की बुलेट, दुर्ग की बाइक, भदौरिया चौकी की बाइक और बाजार की दो बाइकें शामिल हैं।

इस मामले में शामिल एक आरोपी मिथुन ईश्वरगिरी दिवनार्थी निवासी कवली, थाना आमगांव, जिला भण्डारा, वर्तमान में भण्डारा जेल में निरूद्ध है, जबकि एक नाबालिग विधि से संघर्षरत बालक बाल संप्रेषण गृह में है।

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