पटना , दिसंबर 04 -- पटना नगर निगम ने ठंड को देखते हुये शहरभर में लगभग 953 बेड वाले आश्रय स्थलों की व्यवस्था की है।

राजधानी पटना में ठंड लगातार बढ़ रही है और न्यूनतम तापमान में गिरावट देखी जा रही है । ऐसे में असहाय और बेघर लोगों को रात में किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए पटना नगर निगम द्वारा सभी स्थायी, अस्थायी और जर्मन हैंगर रैनबसेरों को पूरी तरह तैयार कर दिया गया है।

नगर निगम का लक्ष्य है कि ठंड के मौसम में कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर न हो। इसी दिशा में शहरभर में लगभग 953 बेड वाले आश्रय स्थलों की व्यवस्था की गई है। सभी रैनबसेरों में बुनियादी सुविधाओं को सुनिश्चित किया गया है, जिससे जरूरतमंद लोग सुरक्षित और सम्मानजनक तरीके से ठहर सकें।सभी स्थायी, अस्थायी और जर्मन हैंगर रैनबसेरों में स्वच्छ पेयजल, टॉयलेट, मच्छरदानी तथा पर्याप्त कंबलों की व्यवस्था की गई है इसके साथ रात्रि भोजन की निशुल्क व्यवस्था है ।ठंड बढ़ने पर प्रत्येक व्यक्ति को दो कंबल उपलब्ध कराए जाएंगे।

रैनबसेरों के सुचारू संचालन के लिए तीन शिफ्टों में केयरटेकर तैनात किए गए हैं। रेन बसेरा में सुरक्षा के मद्देनजर सीसीटीवी कैमरे एवं फायर एक्स्टिनगुइशर भी लगाए गए हैं । इसके अलावा प्रत्येक आश्रय स्थल पर प्रबंधक की भी नियुक्ति की गई है, जो व्यवस्थाओं की नियमित निगरानी करेंगे।जहाँ भी रैन बसेरा है वहाँ के संबंधित थाने को पत्र लिख कर रात्रि गश्ती के लिए सूचित किया गया है।

महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए शहर के प्रमुख स्थानों पर महिलाओं के लिए विशेष रैनबसेरों की व्यवस्था की गई है। इन आश्रय स्थलों में केवल महिलाएं ठहर सकती हैं। पटना नगर निगम सभी नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें कोई व्यक्ति ठंड में खुले में रात बिताते दिखाई दे, तो निकटतम रैनबसेरे की जानकारी उपलब्ध कराएं या निगम नियंत्रण कक्ष को सूचित करें। निगम का प्रयास है कि शहर का कोई भी नागरिक ठंड से प्रभावित न हो।

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