खगड़िया , अक्तूबर 25 -- केन्द्रीय गृह मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 1990 से 2005 तक 15 साल चलने वाली रालू-राबड़ी की राष्ट्रीय जनता दल(राजद) सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि वर्तमान में बिहार विधानसभा का चुनाव विकास बनाम विनाश के बीच लड़ा जा रहा है ।
श्री शाह ने खगड़िया में आयोजित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)की चुनाव सभा को संबोधित करते हुये कहा कि राजद नेताओं के चुनावी बोल से लग रहा है कि "सौ चूहे खाकर बिल्ली चली हज करने ।" उन्होंने कहा कि 20 साल के नीतीश सरकार में बिहार में हत्या के मामले 20 प्रतिशत कम हुए हैं, वहीं डकैती के मामलों में 80 प्रतिशत की कमी आई है । उन्होंने कहा कि अपहरण के मामले भी 80 प्रतिशत कम हुये हैं तथा पिछले 20 वर्षों में कोई नरसंहार नहीं हुआ है ।
केन्द्रीय गृहमंत्री ने कहा कि लालू-राबड़ी शासन में लोग शाम के समय डर से घरों से नहीं निकलते थे, जबकि वर्तमान में नीतीश कुमार के नेतृत्व में कानून का राज स्थापित हुआ है । उन्होंने कहा कि बिहार में राज्य सरकार का लक्ष्य है कि स्कूलों में समय से पढ़ाई, अस्पताल में लोगों को समय से दवाई और खेतों में सिंचाई के साथ घर-घर नल के माध्यम से पानी की सप्लाई मिले ।
श्री शाह ने कहा कि एक तरफ नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार बिहार के विकास में लगे हुए हैं, वही लालू प्रसाद अपने बेटे को मुख्य मुख्यमंत्री और सोनिया अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाने की फिराक में हैं । उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी की सरकार घोटालों की सरकार थी, जिसमें चारा घोटाला, लैंड फॉर जॉब घोटाला, अलकतरा घोटाला, रेलवे के सरकारी होटल को बेचने का घोटाला, बाढ़ महा घोटाला, एबी एक्सपोर्ट घोटाला और आय से अधिक संपत्ति का घोटाला जैसे ना जाने कितने घोटाले हुए जबकि दूसरी तरफ केंद्र में नरेंद्र मोदी और बिहार में नीतीश कुमार की छवि बेदाग है ।
श्री शाह ने कहा कि विपक्ष महागठबंधन नहीं बल्कि लठ्ठबंधन है और उसके घटक दल सत्ता की लड़ाई में मशगूल हैं । उन्हें बिहार की कोई चिंता नहीं है । उन्होंने कहा कि बिहार में तरह-तरह की योजनाओं के तहत प्रदेश को विकास की ओर ले जाने की कोशिश की जा रही है । महिला सशक्तिकरण के लिए अभी हाल ही में एक करोड़ 21 लाख महिलाओं को दस हजार रूपये की राशि रोजगार शुरू करने के लिए दी गई है । सभी बिजली के उपभोक्ताओं को 125 यूनिट बिजली फ्री दी जा रही है, महिलाओं को नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है जो उनके सशक्तीकरण की तरफ एक प्रयास हैगृहमंत्री ने कहा कि राजद के सुप्रीमो लालू प्रसाद 2004 से 2014 तक केंद्र में मंत्री रहे और उस दौरान बिहार को केवल दो लाख 80 हजार करोड़ की सहायता ही केंद्र से मिली थी, जबकि नरेंद्र मोदी के 11 वर्षों के काल में बिहार को 18 लाख 15 हजार करोड़ की सहायता राशि मिली । उन्होंने कहा कि बिहार में 8 करोड़ 52 लाख लोगों को पांच किलो अनाज दिया जा रहा है जिससे कोई भूखा नहीं रहे, 87 लाख किसानों को सालाना 6000 की राशि दी जा रही है, पीएम आवास योजना के तहत 44 लाख गरीबों को पक्के घर दिए गए हैं, एक एक करोड़ 18 लाख बहनों को रसोई गैस सिलेंडर दी गई है, 44 लाख शौचालयों का निर्माण किया गया है ।
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