रांची झारखंड | , अक्टूबर 17 -- झारखंड के खेल मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने शुक्रवार को चौथी दक्षिण एशियाई एथलेटिक्स (सैफ) सीनियर चैंपियनशिप 2025 के आधिकारिक लोगो, शुभंकर और एंथम का अनावरण किया गया।

आज यहां आयोजित भव्य समारोह में सैफ गेम्स के लिए लोगो, शुभंकर और एंथम का अनावरण करते हुए सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा, " यह झारखंड के लिए गौरव का क्षण है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में, राज्य झारखंड की समृद्ध संस्कृति और विरासत का अनुभव करने के लिए पूरे दक्षिण एशिया के एथलीटों का गर्मजोशी से स्वागत करता है।"बिरसा मुंडा एथलेटिक्स स्टेडियम में 24 से 26 अक्टूबर तक आयोजित होने वाली इस चैंपियनशिप में छह दक्षिण एशियाई देशों भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव और श्रीलंका लगभग 300 एथलीटों और 150 तकनीकी अधिकारी हिस्सा लेंगे। सैफ का लोगो झारखंड की आत्मा - 'खेलों, जनजातियों, संस्कृति और प्रकृति की भूमि' के साथ जुड़ी खेल भावना का प्रतीक है। यह राज्य के प्रामाणिक आदिवासी कला रूपों, प्रतीकों और प्राकृतिक विरासत से प्रेरणा लेता है, जिसमें इसका राज्य पक्षी, पेड़, फूल, जानवर और भौगोलिक स्वरूप शामिल हैं। हरा रंग पैलेट झारखंड के हरे-भरे जंगलों और पारिस्थितिक प्रचुरता को दर्शाता है, जो इसके लोगों में बसी वन भावना का प्रतीक है। इसका डिजाइन न एथलेटिक गतिशीलता को सांस्कृतिक प्रामाणिकता के साथ खूबसूरती से मिश्रित करता है, जो झारखंड को खेल, विरासत और सामुदायिक गौरव की भूमि के रूप में दर्शाता है।

सैफ के शुभंकर 'डालमा' में जंगल की आत्मा और खेल भावना दिखाई देती है। उसके शरीर पर उकेरे गये सोहराय और खोवर टैटू राज्य की जनजातीय कला की जीवंत पहचान है। सैफ गेम्स 2025 का आधिकारिक गान भी जारी किया गया। यह एंथम उत्सुकता और गर्व का संचार करता है। इसमें एक समृद्ध पारंपरिक और लोकगीत सार है, जिसे आदिवासी वाद्ययंत्रों जैसे मांदर, नगाड़ा और बांसुरी की जीवंत ध्वनियों के माध्यम से जीवंत किया गया है। यह परंपरा और आधुनिकता का एक सामंजस्यपूर्ण मिश्रण है जो कि झारखंड की नई, विकसित पहचान को दर्शाता हैं।

इस अवसर पर खेल और युवा मामलों के विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।

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