रांची, 29सितम्बर (वार्ता) झारखंड की राजधानी रांची में नगर निगम ने विजयादशमी के बाद जलाशयों की साफ-सफाई और महापर्व की तैयारियों को लेकर विशेष सक्रियता दिखाई है।
प्रशासक सुशांत गौरव के नेतृत्व में आज नगर निगम की टीम ने चडरी तालाब, जेल तालाब, बड़ा तालाब (विवेकानंद सरोवर), जोड़ा तालाब एवं पीएचईडी तालाब का विस्तृत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तालाबों के सौंदर्यीकरण, सफाई, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा के लिए कई आवश्यक निर्देश जारी किए गए।
चडरी तालाब में आकर्षक लैंडस्केपिंग के साथ-साथ सफाई व्यवस्था, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, और नालियों पर स्लैब लगाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं जेल तालाब में सफाई सुदृढ़ करने, दो हाई मास्ट लाइट लगाने तथा बाउंड्री वॉल के बाहर अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाने का आदेश दिया गया। बड़ा तालाब (विवेकानंद सरोवर) का कायाकल्प, पेवर ब्लॉक का सुधार करते हुए हाई मास्ट लाइट और आकर्षक लाइटिंग, व्यापक सफाई अभियान एवं वेंडिंग जोन के विकास के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश भी दिए गए। साथ ही यहाँ जलाशय में अपशिष्ट पदार्थ डालने वालों पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई और जुर्माना लगाने का भी फैसला लिया गया। जोड़ा तालाब एवं पीएचईडी तालाब में विशेष सफाई, पाथवे की साफ-सफाई, समतलीकरण और सिविल कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश जारी किए गए।
मूर्ति विसर्जन की प्रक्रिया को पर्यावरण के अनुकूल और स्वच्छ रखने के लिए भी नगर निगम ने सख्त दिशानिर्देश दिए हैं। सभी विसर्जन स्थल पर 24 घंटे के भीतर मूर्ति के अवशेष बाहर निकालना अनिवार्य होगा। चिन्हित स्थानों पर जलकुंड बनाकर सुरक्षा प्रभावी करने के लिए लाल रिबन, बांस और सूचना पट्ट का व्यवस्थापन किया जाएगा। निगम सुपरवाइजर पूजा समितियों से समन्वय कर बायोडिग्रेडेबल तथा नन बायोडिग्रेडेबल सामग्री के अलग-अलग संग्रह की भी निगरानी करेंगे। पूजा समितियों को केवल निर्धारित स्थलों पर ही विसर्जन करने और प्रदूषक सामग्री के उपयोग से बचने के लिए कड़े निर्देश दिए गए हैं। विसर्जन के बाद जलाशयों में सफाई अभियान तेज किया जाएगा।
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