वाराणसी, सितंबर 27 -- केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम तथा श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री शोभा करंदलाजे ने शनिवार को वाराणसी के कमिश्नरी सभागार में आयोजित "एमएसएमई सेवा पर्व 2025" के अंतर्गत "विरासत से विकास: महिला परिचर्चा" को संबोधित किया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों से आईं महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए।

महिला लाभार्थियों से संवाद करते हुए राज्यमंत्री ने कहा कि महिलाएं स्वयं को रसोई तक सीमित न रखें, बल्कि आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ें। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब एक महिला कमाती है, तो न केवल परिवार, बल्कि पूरा राष्ट्र सशक्त होता है।

उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार की महिला-केंद्रित योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी और महिलाओं से तकनीकी एवं कौशल प्रशिक्षण में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शिक्षित और कुशल महिलाएं ही 'विकसित भारत' की संकल्पना को साकार करेंगी।

राज्यमंत्री ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में नए सूक्ष्म उद्यम स्थापित कर रोजगार के अवसर सृजित कर रही है। साथ ही, उन्होंने 'लखपति दीदी' पहल की सराहना की, जिसके माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर अपने क्षेत्र में प्रगति के नए आयाम स्थापित कर रही हैं।

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