बैतूल , अक्टूबर 25 -- मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में जनपद पंचायत बैतूल में पदस्थ तीन कर्मचारियों द्वारा छात्रावासों के बिजली बिलों के नाम पर करीब 40 लाख रुपए का गबन करने का मामला सामने आया है।

कर्मचारियों ने बिजली वितरण कंपनी एमपीईबी के खाते की जगह फर्जी बैंक खातों में राशि जमा कराई। मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने तीनों को निलंबित कर दिया है और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि जांच में यह सामने आया है कि जनपद पंचायत में पदस्थ लेखाधिकारी वर्षा कमाविसदार, सहायक लेखाधिकारी नितेंद्र कुमार पांडे और रसोइया छत्रपाल मर्सकोले ने वर्ष 2021 से 2025 तक यह गबन किया। ये तीनों हर माह छात्रावासों के बिजली बिल दो बार भरते थे, एक बार असली एमपीईबी खाते में और दूसरी बार एमपीईबी नाम से बनाए गए फर्जी खाते में।

कलेक्टर ने बताया कि जनपद पंचायत की सीईओ शिवानी राय ने अनियमितता पकड़ी, जब उन्होंने देखा कि हर माह दो-दो बार बिजली बिल का भुगतान किया जा रहा है। जांच में करीब 40 लाख चार हजार रुपए से अधिक का गबन सामने आया।

प्रारंभिक जांच के बाद तीनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है और निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी, शाहपुर कार्यालय रखा गया है।

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