नयी दिल्ली , दिसंबर 01 -- देश में रबी फसलों की बुवाई की गति तेज हो गयी है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा यहां सोमवार को जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार 28 नवंबर 2025 तक कुल 393.07 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में रबी फसलों की बुवाई हो चुकी है, जो पिछले वर्ष 357.73 लाख हेक्टेयर की तुलना में 35.33 लाख हेक्टेयर अधिक है। इस बार गेहूं, दालों, श्री अन्न व मोटे अनाज, और तेलहन फसलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
रबी सीजन की सबसे अहम फसल गेहूं के तहत इस वर्ष 187.37 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुयी है, जबकि पिछले साल यह बुवाई क्षेत्र 160.26 लाख हेक्टेयर था। इस प्रकार 27.11 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी दर्ज हुई, जो 16.91 प्रतिशत की बढ़ोतरी को दर्शाता है। विशेषज्ञों के अनुसार अनुकूल मौसम, समय पर सिंचाई, और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी किसानों को गेहूं की ओर आकर्षित कर रही है।
वहीं कुल दालों के तहत बुवाई इस वर्ष 87.01 लाख हेक्टेयर पहुंच गई है, जो पिछले वर्ष के 85.06 लाख हेक्टेयर से अधिक है। दालों में सबसे अधिक वृद्धि चना की बुवाई में देखी गई, जो 62.49 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में है। वहीं मसूर 11.42 लाख हेक्टेयर, मटर 6.57 लाख हेक्टेयर, कुल्थी एवं अन्य दालों की बुवाई में कुछ कमी दर्ज की गई है। कृषि मंत्रालय के अनुसार दाल उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य इस वृद्धि से मजबूत हुआ है।
वहीं पोषक अनाज अभियान (मिलेट मिशन) के प्रभाव से श्री अन्न एवं मोटे अनाज की बुवाई में उत्साहजनक वृद्धि देखी गई है। इस श्रेणी में इस वर्ष बुवाई 29.06 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई है, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 26.58 लाख हेक्टेयर था।
ज्वार - 14.98 लाख हेक्टेयर, मक्का - 8.76 लाख हेक्टेयर, रागी, छोटे मिलेट्स और जौ में भी सकारात्मक वृद्धि दर्ज हुई है।
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