देहरादून , नवंबर 07 -- उत्तराखंड राज्य स्थापना के रजत जयंती महोत्सव में राज्य गठन के लिए संघर्ष करने वाले आंदोलनकारी सरकारी कार्यक्रमों में भाग नहीं लेंगे। नैनीताल के रामनगर में आंदोलनकारियों के सम्मेलन में मुख्यमंत्री के वहां होने के बावजूद न जाने पर यह घोषणा की गई है।

चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने शुक्रवार को रामनगर के आंदोलनकारियों के राज्य स्थापना दिवस के सरकारी समारोह के बहिष्कार के फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा सम्मेलन में भाग न लेने को आंदोलनकारियों का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों की बदौलत राज्य सरकार बनी है परंतु पुष्कर सिंह धामी सत्ता के नशे में 10 मिनट रामनगर में आहूत आंदोलनकारी के सम्मेलन में शामिल होने के लिए तैयार नहीं हुए। वे सारा दिन रामनगर में चहल कदमी करते रहे, परंतु वहां पर आए राज्य के लिए खून बहाने वाले 76 आंदोलनकारियों के सम्मेलन में नहीं गए ।

श्री धीरेन्द्र के अनुसार, रामनगर आंदोलनकारी सम्मेलन में मुख्यमंत्री को निमंत्रण का पत्र दिग्गज आंदोलनकारी प्रभात ध्यानी के नेतृत्व में भेजा गया था्। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारी अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे और आठ नवंबर को जो बुलावा राज्य सरकार ने उनके सम्मान के लिए दिया है, आंदोलनकारी उस बुलावे का बहिष्कार करेंगे।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित