प्रयागराज , नवंबर 22 -- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को आगामी माघ मेले की तैयारियों की समीक्षा करने और गंगा पूजन करने प्रयागराज पहुंचे।
उन्होंने कहा कि सभी सहयोगियों के साथ माघ मेले की तैयारी करने,गंगा पूजन और हनुमान मंदिर में दर्शन पूजन करने का सौभाग्य मिला। उन्होंने कहा कि नौ महीने के बाद मुझे यह अवसर फिर से प्राप्त हुआ है कि मां गंगा का पूजन कर माघ मेले की तैयारी को हम आगे बढ़ा सकें।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज मेला प्राधिकरण का गठन किया गया है और इसके अध्यक्ष के रुप में कमिश्नर प्रयागराज को नामित किया गया है। उन्होंने कहा कि माघ मेला 2026 के आयोजन की तैयारी शुरू हो चुकी है,2024 के माघ मेले की तुलना में मेले का दायरा बढ़ाया गया है1मुख्यमंत्री ने कहा कि माघ मेले की टीम के पास महाकुंभ के आयोजन का अनुभव है। महाकुंभ ने पूरे देश और दुनिया में एक अपनी छाप छोड़ी है। भारत की सनातन धर्म की परंपरा के प्रति लोगों के मन में एक उत्साह भरा था। श्री योगी ने कहा कि इस बार महाकुंभ की तर्ज पर माघ मेले की तैयारी की योजना तैयार हो रही है। हालांकि इस बार माघ मेले का आयोजन 15 दिन पहले हो रहा है।
तीन जनवरी पौष पूर्णिमा,15 जनवरी को मकर संक्रांति, 18 को मौनी अमावस्या, 30 जनवरी को बसंत पंचमी एक फरवरी को माघी पूर्णिमा और 15 फरवरी को महाशिवरात्रि के साथ स्नान पर्व के साथ मेले का समापन होगा। तीन जनवरी पौष पूर्णिया से कल्पवासियों की बड़ी संख्या एक फरवरी माघी पूर्णिमा तक रहेगी।
श्री योगी ने कहा कि माघ मेले में 20 से 25 लाख कल्पवासी माघ मेले में एक माह का प्रवास करते हैं। कल्पवासियों की पूरे एक माह कठिन तपस्या और साधना चलती है। इसके साथ ही प्रमुख स्नान पर्वो पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी पहुंचते हैं। पूरे माघ मेले के दौरान डेढ़ महीने में 12 से 15 करोड़ श्रद्धालु स्नान करेंगे।
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