वाराणसी , अक्टूबर 6 -- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान में आयोजित डायरेक्ट सीडेड राइस कॉन्क्लेव (5-7 अक्टूबर) में उत्तर प्रदेश को 2030 तक वैश्विक फूड बास्केट बनाने को लेकर विचार विमर्श हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन में उत्तर प्रदेश का 21 प्रतिशत योगदान है। पिछले 11 वर्षों में उत्तर प्रदेश की कृषि प्रणाली में क्रांतिकारी परिवर्तन हुए हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सॉयल हेल्थ कार्ड, फसल बीमा, न्यूनतम समर्थन मूल्य और 10 खरीद किसानों को प्रति वर्ष मिलने वाली किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं ने किसानों को सशक्त किया है। सीमित क्षेत्रफल (11 प्रतिशत) के बावजूद उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय खाद्यान्न उत्पादन में 21 प्रतिशत योगदान देकर कृषि क्षेत्र में अग्रणी राज्य बना हुआ है।

उन्होंने कहा कि इन संस्थानों ने जलवायु-संवेदनशील धान की किस्मों और आधुनिक उत्पादन तकनीकों के विकास में वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन किया, जिससे टिकाऊ और लाभकारी कृषि को बढ़ावा मिला। उत्तर प्रदेश में वर्तमान में चार कृषि विश्वविद्यालय कार्यरत हैं, और एक नया विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है।

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