श्रीनगर , अक्टूबर 27 -- जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सोमवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के यूसुफ तारिगामी ने दैनिक वेतनभोगियों और अस्थायी कर्मचारियों के स्थायी करने का मामला उठाते हुए कहा कि यह एक गंभीर सार्वजनिक मुद्दा है, जिस पर सदन में पहले चर्चा होनी चाहिए।
श्री तारिगामी ने कहा कि राज्य भर में हजारों दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी वर्षों से विभिन्न विभागों में सेवायें दे रहे हैं, लेकिन उन्हें न तो नियमित नियुक्ति दी गयी है और न ही उनकी आजीविका की सुरक्षा के लिए कोई नीति बनायी गयी है।
सरकार पर इस मामले में गंभीर न होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, " मुझे आश्चर्य है कि सरकार ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर पर्याप्त प्रतिक्रिया नहीं दे रही है, जो हजारों परिवारों के भविष्य से जुड़ा हुआ है। "श्री तारिगामी ने मांग की कि दैनिक वेतन भोगियों को नियमित करने और वेतन के नियमित भुगतान के लिए एक व्यापक नीति बनायी जाये।
उनके बयान के बाद विपक्षी सदस्यों ने भी उनका समर्थन किया और सरकार से दैनिक वेतनभोगियों के पक्ष में तत्काल कदम उठाने की मांग की, जबकि सरकारी पक्ष की ओर से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आयी।
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