जेनेवा , दिसम्बर 28 -- यूरोप में शराब पीने से हर वर्ष करीब आठ लाख लोगों की मौत हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की रिपोर्ट के अनुसार, हर ग्यारहवें व्यक्ति की मौत का कारण शराब का अधिक सेवन है।
इस सप्ताह जारी नयी ' रिपोर्ट के मुताबिक, ''विश्वभर में शराब की सबसे अधिक खपत यूरोप में होती है और शराब पीने से समय से पहले मौत और चोट का खतरा बढ़ जाता है।"2019 के आंकड़ों के आधार पर ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि यहां चोट से होने वाली लगभग 1.45 लाख मौतें शराब की वजह से हुईं। इसमें सबसे ज्यादा मौतें खुद को नुकसान पहुंचाने, सड़क दुर्घटनाओं और गिरने से होने वाली चोटों की वजह से हुईं।
संगठन के अनुसार, शराब पीने का संबंध हिंसा से भी है। इसमें हमले और घरेलू हिंसा भी शामिल हैं। इसे यहां हिंसक चोट से होने वाली मौतों का बड़ा कारण माना गया है।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, किशोरों और युवाओं में इसके खास खतरे होते हैं। किशोरावस्था में शराब दिमाग के विकास और निर्णय की क्षमता पर असर डालती है। इससे याददाश्त और सीखने की क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।इसके साथ ही दीर्घकालिक नुकसान भी हो सकता है, जिसमें शराब की लत और दूसरी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं शामिल हैं। उनमें, शराब की वजह से लगी चोट से विकलांगता और वक्त से पहले मौत का खतरा प्रमुख है।
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