रांची , दिसंबर 28 -- झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने आज कहा कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित यह साइक्लोथॉन केवल एक साइक्लिंग अभियान नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति, युवा शक्ति, साहस और जनजातीय गौरव का सशक्त प्रतीक है।
राज्यपाल ने बिरसा मुंडा संग्रहालय में आयोजित 'वीर बिरसा मुंडा साइक्लोथॉन के फ्लैग-ऑफ समारोह' में एनसीसी बिहार-झारखण्ड निदेशालय, आयोजन से जुड़े सभी अधिकारियों, प्रशिक्षकों तथा विशेष रूप से एनसीसी कैडेट्स को इस प्रेरणादायी आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि आज का युवा केवल भविष्य का कर्णधार ही नहीं, बल्कि वर्तमान का सशक्त आधार भी है।
राज्यपाल ने भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे केवल जनजातीय समाज के नायक नहीं थे, बल्कि अन्याय, शोषण और औपनिवेशिक दमन के विरुद्ध भारतीय स्वाभिमान के प्रतीक थे। उनकी मातृभूमि, संस्कृति और समाज के प्रति प्रतिबद्धता सभी को प्रेरणा प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री द्वारा धरती आब भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को हर वर्ष पूरे देश में 'जनजातीय गौरव दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि झारखण्ड की धरती से प्रारंभ होकर यह साइकिल यात्रा लगभग 1300 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए नई दिल्ली पहुँचेगी और स्वतंत्रता संग्राम में झारखण्ड के योगदान को सम्पूर्ण राष्ट्र तक पहुँचाएगी। उन्होंने कहा कि वे भी एनसीसी कैडेट रहे हैं और उनका झुकाव भी सैन्य सेवा की ओर था। लेकिन आपातकाल के दौरान जेल गये और फिर सक्रिय राजनीति में प्रवेश कर गये। एनसीसी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एनसीसी से जुड़कर अनुशासन, नेतृत्व, देशभक्ति और सेवा-भाव जैसे मूल्य विकसित होते हैं, जो जीवन भर मार्गदर्शन करते हैं। एनसीसी वास्तव में "राष्ट्र प्रथम" की भावना को व्यवहार में उतारने का सशक्त माध्यम है।
राज्यपाल ने विश्वास व्यक्त किया कि इस अभियान में सहभागी सभी कैडेट्स वीर बिरसा मुंडा के आदर्शों यथा साहस, आत्मसम्मान, सामाजिक न्याय और राष्ट्रभक्ति को अपने जीवन में आत्मसात करेंगे तथा झारखण्ड और एनसीसी की गरिमा को गौरवान्वित करेंगे। उन्होंने सभी कैडेट्स को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दीं। उक्त अवसर पर विभिन्न विद्यालयों के एनसीसी कैडेट्स द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
राज्यपाल ने बिरसा मुंडा संग्रहालय पहुँचने पर वहाँ स्थापित धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
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