लखनऊ , नवम्बर 26 -- उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं भारत स्काउट्स एवं गाइड्स की मुख्य संरक्षिका आनंदीबेन पटेल ने कहा कि स्काउट्स एवं गाइड्स संगठन अनुशासन, सेवा, नेतृत्व, सद्भाव और राष्ट्रभक्ति जैसे गुणों को युवा पीढ़ी में विकसित करने का सबसे प्रभावी मंच है। उन्होंने कहा कि जब युवा सही दिशा में आगे बढ़ते हैं, तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को वास्तविकता में बदला जा सकता है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को राजभवन में आयोजित राष्ट्रीय वयस्क पुरस्कार प्रदान समारोह में देशभर से उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले पुरस्कार विजेताओं को सिल्वर एलीफेंट अवार्ड, बार टू सिल्वर स्टार, सिल्वर स्टार अवार्ड तथा थैंक्स बैज प्रदान किए। समारोह में राज्यपाल ने मौजूद सदस्यों और पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान केवल उपलब्धि नहीं, बल्कि समाज के प्रति अधिक जिम्मेदारी का प्रतीक भी है। उन्होंने युवाओं को कौशल विकास, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण तथा जरूरतमंदों की सेवा में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि भारत विश्व का सबसे युवा देश है, जहाँ 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम आयु वर्ग की है। ऐसे में युवाओं को राष्ट्रहित, देशप्रेम और सकारात्मक सोच से जोड़ना अत्यंत आवश्यक है। शिक्षा संस्थानों से अपेक्षित है कि वे ऐसी गतिविधियाँ चलाएँ जो बच्चों के मानसिक, नैतिक और चरित्र निर्माण को सशक्त बनाएं।
श्रीमती पटेल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को नवाचार, रचनात्मकता और कौशल आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने वाला बताया। आंगनबाड़ी सुधार, 'केजी से पीजी' की अवधारणा, एचपीवी वैक्सीनेशन अभियान, टीबी उन्मूलन, और राजभवन परिसर में संचालित सामाजिक-शैक्षिक पहलों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इन प्रयासों का उद्देश्य बच्चों, युवाओं और बालिकाओं को सुरक्षित, सक्षम और आत्मनिर्भर बनाना है।
उन्होंने शिक्षक समुदाय को समाज का मार्गदर्शक बताते हुए कहा कि उनके आचरण में आदर्श होना चाहिए, क्योंकि विद्यार्थी वही सीखते हैं जो वे अपने शिक्षकों में देखते हैं।समारोह में शिक्षा मंत्री उत्तराखंड डॉ. धन सिंह रावत, तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री थीरू अनबिल महेश पोय्यामोझी, स्काउट्स एवं गाइड्स के वरिष्ठ पदाधिकारी तथा अनेक गणमान्य उपस्थित रहे।
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