भोपाल , अक्टूबर 09 -- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज नागपुर के एम्स अस्पताल पहुँचे और वहां भर्ती छिंदवाड़ा के बच्चों की स्थिति के बारे में चिकित्सकों से जानकारी ली।
विषाक्त कफ सिरप से प्रभावित छिंदवाड़ा के चार बच्चे नागपुर के अस्पतालों में भर्ती हैं। मुख्यमंत्री ने बच्चों की स्थिति के बारे में जानकारी ली और बच्चों के परिजन से भी मुलाकात की।
वर्तमान में छिंदवाड़ा के चार बच्चों का इलाज नागपुर में चल रहा है। इनमें से दो बच्चे एम्स नागपुर में, एक न्यू हेल्थ सिटी हॉस्पिटल और एक गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज नागपुर में भर्ती है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हाल ही में छिंदवाड़ा जिले में पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर कहा था कि यह सिर्फ आपकी नहीं, मेरी और हम सबकी पीड़ा है। वेदना की इस घड़ी में मैं, और पूरी सरकार आपके साथ है। सभी दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जा रही है। कोई असहाय महसूस न करे ,जनता के सुख-दुख में राज्य सरकार हमेशा सहभागी है। घटना से पीड़ित परिजन को सभी प्रकार की शासकीय मदद तत्परता से मुहैया कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी दुर्घटनाएं फिर न हों। उन्होंने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं। सरकार ने कड़ी कार्यवाही करते हुए तीन अधिकारियों उप औषधि नियंत्रक-नियंत्रण प्राधिकारी औषधि प्रशासन भोपाल शोभित कोष्टा, औषधि निरीक्षक जबलपुर शरद जैन और औषधि निरीक्षक छिंदवाड़ा गौरव शर्मा को निलंबित कर दिया गया है। फूड एंड ड्रग कंट्रोलर को स्थानांतरित कर दिया गया है।
विषाक्त कफ सिरप बनाने वाली कंपनी के मालिक को भी आज तड़के मध्यप्रदेश पुलिस की एसआईटी ने चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया है।
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