सना , अक्टूबर 25 -- यमन की राजधानी सना में हूती विद्रोहियों ने सात और संयुक्त राष्ट्र सहायता कर्मियों को उनके घरों से हिरासत में लिया है।
हूती सूत्रों ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी शिन्हुआ का यह जानकारी दी। सूत्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "गिरफ्तार सात संयुक्त राष्ट्र सहायता कर्मियों में से चार को आज रात (शुक्रवार) हिरासत में लिया गया, जबकि बाकी को कल (गुरुवार) गिरफ्तार किया गया था।"इससे पहले बुधवार को संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत हंस ग्रंडबर्ग ने एक बयान में कहा कि हूती विद्रोहियों के हिरासत से रिहा होने के बाद 12 संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय सहायता कर्मियों को सना हवाई अड्डे से विमान से बाहर ले जाया गया।
सूत्रों के अनुसार रिहाई में ईरान और ओमान के विदेश मंत्रालयों की मध्यस्थता की थी, दोनों ही हूती समूह के साथ संबंध रखते हैं।
श्री ग्रंडबर्ग ने कहा कि 53 संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी, कई सहायता कर्मियों और गैर-सरकारी संगठनों तथा राजनयिक मिशनों के कर्मचारियों को मनमाने ढंग से हिरासत में रखा गया है।
संयुक्त राष्ट्र सहायता कर्मियों की गिरफ्तारियां पिछले हफ़्ते हूती नेता अब्दुल मलिक अल-हूती द्वारा समूह के सैटेलाइट चैनल अल-मसीरा पर दिए गए एक भाषण के बाद हुईं। इस भाषण में उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सहायता कार्यकर्ताओं पर इजरायल के लिए जासूसी करने और अगस्त में इजरायली हवाई हमलों में मदद करने का आरोप लगाया था, जिसमें 12 वरिष्ठ हूती अधिकारी मारे गए थे।
गौरतलब है कि हूती विद्रोहियों ने 2014 में राजधानी सना और कई उत्तर-पश्चिमी प्रांतों पर कब्ज़ा कर लिया था, जिससे विनाशकारी गृहयुद्ध और भयानक मानवीय तबाही शुरू हो गई थी, जिससे लाखों यमनवासी विदेशी सहायता पर निर्भर हो गए थे।
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