देहरादून , अक्टूबर 10 -- छत्तीसगढ़ के देहरादून में मौसम बदलने से बच्चे वायरल फीवर की चपेट में आ रहे हैं। सुबह और देर शाम के वक्त हवा में हल्की ठंड का एहसास हो रहा है। मौसम में हो रहे बदलाव की वजह वायरल इंफेक्शन बच्चों में तेजी से फैल रहा है।
इससे देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के बाल रोग विभाग की ओपीडी में इजाफा हो गया है। इस मौसम में प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने से बच्चों को सबसे ज्यादा वायरस का प्रकोप झेलना पड़ रहा है। मौसमी वायरल बुखार एक वर्ष से लेकर पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों को अपनी गिरफ्त मे ले रहा है।
विशेषज्ञ चिकित्सकों के मुताबिक स्कूल जाने वाले किसी बच्चे को बुखार है, तो अभिभावकों को उसे स्कूल नहीं भेजना चाहिए। बुखार संक्रमण का संकेत है। अगर वायरल फीवर से ग्रसित बच्चों को स्कूल भेजा जाता है तो ऐसी स्थिति में आसानी से दूसरों में संक्रमण फैल सकता है। अधिकतर बच्चों मे सर्दी, खांसी, जुखाम, आंखों के लाल होने जैसे वायरल के लक्षण देखे जा रहे हैं।
दून अस्पताल में बाल रोग विभाग के एचओडी प्रोफेसर अशोक के मुताबिक ओपीडी में रोजाना 150 बच्चे वायरल फीवर के आ रहे हैं, जिससे ओपीडी में भीड़ बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि इस वक्त वायरल डायरिया, वायरल यूआरआई, वायरल फीवर और वायरल रैशेज सिर्फ पीड़ित बच्चों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि हालांकि इससे अभिभावकों को घबराने की जरूरत नहीं है।
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