सुकमा , नवंबर 20 -- सेंट्रल कमेटी के सदस्य और देश के सबसे कुख्यात वांटेड नक्सलियों में शामिल माड़वी हिड़मा का अंतिम संस्कार गुरुवार को उसके गृहग्राम पूर्वर्ती में किया गया। आंध्र प्रदेश में हाल ही में हुए मुठभेड़ के बाद पुलिस द्वारा शव की पहचान की पुष्टि किए जाने पर गुरुवार सुबह उसका पार्थिव शरीर गांव पहुंचाया गया। शव पहुंचते ही पूरे गांव में मातम छा गया और वातावरण शोकाकुल हो गया।
गांव के लोग में हिड़मा के परिवारजन, रिश्तेदार और समुदाय के कई सदस्य शामिल थे, जो बड़ी संख्या में अंतिम संस्कार में उपस्थित हुए। ग्रामीणों के अनुसार, हिड़मा के शव को देखते ही कई परिजन फूट-फूटकर रो पड़े। अंतिम संस्कार समारोह में सैकड़ों ग्रामीण शामिल हुए, जो यह दर्शाता है कि गांव में उसकी सामाजिक पहचान और परिवार के प्रति लोगों में भावनाएं गहरी थीं।
ग्रामवासियों ने बताया कि हिड़मा वर्षों पहले गांव छोड़कर जंगलों में सक्रिय हो गया था लेकिन परिवार से उसका जुड़ाव कभी पूर्ण रूप से समाप्त नहीं हुआ। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने उसके जीवन का अधिकांश हिस्सा संघर्ष और हिंसा के साये में गुज़रते सुना, लेकिन उसकी मौत की खबर ने पूरे समुदाय को झकझोर दिया।
हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित