रायपुर , नवंबर 01 -- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के 25वें वर्ष पर शनिवार को राज्य को 14,260 करोड़ रुपये से अधिक की विकास और अधोसंरचना परियोजनाओं की सौगात दी।

इस अवसर पर उन्होंने नये विधानसभा भवन और देश के पहले डिजिटल जनजातीय संग्रहालय, शहीद वीर नारायण सिंह स्मारक सह जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय का लोकार्पण किया।

श्री मोदी ने नवा रायपुर में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, " छत्तीसगढ़ ने अपनी शुरुआती चुनौतियों से लंबा सफर तय किया है और अब तीव्र गति से प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है।"उन्होंने कहा, " यह 25 वर्ष मेहनत, उम्मीद और परिवर्तन का प्रतीक हैं। छत्तीसगढ़ की उपलब्धियों पर हर नागरिक को गर्व होना चाहिए।"प्रधानमंत्री ने बताया कि जिन परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास हुआ है, वे सड़क, ऊर्जा, स्वास्थ्य, उद्योग और ग्रामीण आवास जैसे प्रमुख क्षेत्रों से जुड़ी हैं। इनमें पत्थलगांव-कुंकुरी से झारखंड सीमा तक ग्रीनफील्ड फोरलेन हाईवे, आरडीएसएस योजना के तहत बिजली वितरण सुधार और नागपुर-झारसुगुड़ा नेचुरल गैस पाइपलाइन जैसी परियोजनाएं शामिल हैं, जो 11 जिलों को राष्ट्रीय गैस ग्रिड से जोड़ेंगी।

उन्होंने रायपुर स्थित एचपीसीएल पेट्रोलियम डिपो, नवा रायपुर में फार्मा पार्क, और पांच नये सरकारी मेडिकल कॉलेजों, मनेंद्रगढ़, कबीरधाम, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर और गीदम (दंतेवाड़ा) का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने कहा, " 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ एक मेडिकल कॉलेज से बढ़कर आज 14 मेडिकल कॉलेज और एक एम्स वाला राज्य बन गया है। "श्री मोदी ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत राज्य की 3.5 लाख ग्रामीण परिवारों को नये घरों की सौगात मिली है, जबकि 1,200 करोड़ रुपये की राशि तीन लाख अतिरिक्त लाभार्थियों को जारी की गयी है।

उन्होंने कहा, " हम केवल घर नहीं बना रहे, बल्कि विश्वास और उम्मीद का निर्माण कर रहे हैं। आज बिजली हर गांव तक पहुंच चुकी है, सड़कें और इंटरनेट कनेक्टिविटी दूरस्थ इलाकों को जोड़ रही हैं, और स्वच्छ ऊर्जा अब गरीब, दलित और आदिवासी परिवारों के घरों तक पहुंच चुकी है।"प्रधानमंत्री ने जनजातीय समाज के योगदान को रेखांकित करते हुए कहा, " हमारा प्रयास है कि जनजातीय नायकों की गाथा देश के हर कोने में गर्व के साथ सुनाई दे।" उन्होंने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह संग्रहालय आने वाली पीढ़ियों के लिए 'इतिहास का प्रतिबिंब और प्रेरणा का स्रोत' बनेगा।

उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की पीएम जनमन मिशन और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान जैसी लगभग 80,000 करोड़ की योजनाएं शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के माध्यम से आदिवासी परिवारों का जीवन बदल रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, " कई दशक तक माओवाद से प्रभावित यह भूमि अब शांति और प्रगति का नया अध्याय लिख रही है।"उन्होंने बताया कि 11 वर्ष पहले जहां 125 जिले माओवादी हिंसा से प्रभावित थे, आज केवल तीन जिले बचे हैं। वह दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ पूरी तरह माओवादी आतंक से मुक्त होगा। "उन्होंने कहा, " जो गांव कभी लाल झंडा फहराते थे, आज गर्व से तिरंगा लहरा रहे हैं, यही नया छत्तीसगढ़ है, साहस, विश्वास और नवचेतना का प्रतीक।"कार्यक्रम में राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह तथा केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम, दुर्गादास उईके और तोखन साहू उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि रजत जयंती वर्ष 'नये आत्मविश्वासी और प्रगतिशील छत्तीसगढ़ की शुरुआत का प्रतीक' है।

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