जयपुर , दिसम्बर 25 -- राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश खेल क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है और उनके खेलों को राष्ट्रीय प्राथमिकता दिये जाने तथा खेलो इंडिया जैसी प्रतियोगिताओं से देश के कोने-कोने में खेल संस्कृति जीवंत हुई हैं।
श्री शर्मा ने गुरुवार को सवाई मानसिंह इंडोर स्टेडियम में सांसद खेल महोत्सव समापन समारोह को संबोधित करते हुए उक्त बात कही। इस दौरान उन्होंने भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर उनको नमन करते हुए कहा कि श्री वाजपेयी का मानना था कि देश की ताकत युवाओं में निहित है। वे मानते थे कि खेल केवल शारीरिक गतिविधि नहीं बल्कि चरित्र निर्माण का सशक्त माध्यम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रत्येक वर्ष सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने युवाओं को खेलने, सुविधाएं उपलब्ध कराने, प्रशिक्षण देने और स्पर्धाओं में भाग लेने की प्रेरणा दी है। यह एक खेल प्रतियोगिता ही नहीं बल्कि खेल संस्कृति का जश्न है। इसमें विभिन्न खेलों के माध्यम से गांव-कस्बों के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है। श्री शर्मा ने कहा कि टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम, खेल विश्वविद्यालयों की स्थापना सहित विभिन्न पहलों ने खिलाड़ियों के जीवन में बड़ा बदलाव लाया है।
श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का सफल आयोजन और राजस्थान टारगेट ओलम्पिक पॉडियम स्कीम शुरू की। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के लिए स्पोर्ट्स लाइफ इंश्योरेंस स्कीम भी प्रारंभ की गई है जिसमें अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेताओं को 25 लाख रुपये तक का दुर्घटना और जीवन बीमा कवरेज उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं अर्जुन पुरस्कार विजेताओं की तर्ज पर द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता प्रशिक्षकों को भी भू-खण्ड आवंटन का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रत्येक जिले में खेल अकादमियों को सशक्त कर रही है और ग्रामीण क्षेत्रों में खेल के मैदान विकसित किए जा रहे हैं।
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