अजमेर , दिसंबर 22 -- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से सोमवार को विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 814वें उर्स के मौके पर अजमेर दरगाह में चादर पेश कर देश में अमन, चैन और भाईचारे की दुआ मांगी गयी।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरण रिजिजू केन्द्र सरकार की ओर से भेजी गयी चादर लेकर अजमेर पहुंचे और उन्होंने दरगाह में जियारत कर चादर पेश की और बुलंद दरवाजे पर प्रधानमंत्री का देश के नाम संदेश पढ़कर सुनाया।
दरगाह परिसर में चादर पेश करने के दौरान पारंपरिक रस्मों के साथ उर्स की रौनक नजर आयी। उर्स के मद्देनज़र देशभर से जायरीन अजमेर पहुंच रहे हैं, वहीं प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर सतर्कता बढ़ायी गयी है।
जियारत के बाद मीडिया से बातचीत में श्री रिजिजू ने कहा कि वह खुद को खुशनसीब मानते हैं कि उन्हें फिर से ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल की ओर से चादर पेश करने का अवसर मिला। उन्होंने बताया कि दरगाह में भाईचारा, मोहब्बत और देश में अमन-चैन के लिए दुआ की गयी। उन्होंने दरगाह की व्यवस्थाओं को लेकर कहा कि दरगाह की व्यवस्थाएं पार्लियामेंट एक्ट के तहत संचालित होती हैं, इसलिए संबंधित मंत्री होने के नाते उनकी सीधी जिम्मेदारी बनती है।
इस अवसर पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री का ध्येय सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास है और उसी भावना के साथ यह संदेश भी दरगाह के जरिए देश तक पहुंचता है। प्रधानमंत्री की चादर पेश करने के दौरान दरगाह परिसर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये।
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