पटना , दिसंबर 13 -- भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सांसदों के साथ अलग-अलग बैठकों का आयोजन केवल औपचारिक संवाद नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक कार्यसंस्कृति को सशक्त करने की दूरदर्शी पहल है।

श्री पटेल ने आज बयान जारी कर कहा कि इन बैठकों का उद्देश्य सांसदों में जनता के बीच कार्य करने की ललक को और प्रबल करना, उन्हें उत्साह के साथ जनसमस्याओं से जुड़ने के व्यावहारिक मार्ग सुझाना तथा जनप्रतिनिधि होने की जिम्मेदारी का अहसास कराना है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी लगातार सांसदों के साथ संवाद कर रहे हैं और इसके माध्यम से उन्हें संदेश दे रहे हैं कि सांसद केवल संसद तक सीमित न रहें, बल्कि गांव, गली, खेत और शहर की हर समस्या को अपनी प्राथमिकता बनायें। श्री मोदी के अनुसार सांसदों की जनता के बीच नियमित उपस्थिति, संवेदनशील संवाद और त्वरित समाधान ही जनविश्वास की सबसे बड़ी पूंजी है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने कहा श्री मोदी का स्पष्ट मानना है कि जनप्रतिनिधि का असली मूल्यांकन उसके कार्य और जनसंपर्क से होता है, न कि केवल भाषणों या आंकड़ों से। उन्होंने कहा कि इन बैठकों के द्वारा सांसदों को यह भी प्रेरणा दी जा रही है कि वे केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में सक्रिय भूमिका निभाएं, योजनाओं के लाभार्थियों से सीधे संवाद करें और फीडबैक के आधार पर सुधार की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं। इससे शासन और जनता के बीच की दूरी कम होती है और लोकतंत्र मजबूत होता है।

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