भुवनेश्वर , नवंबर 15 -- ओडिशा के राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति ने भारतीय रजोनिवृत्ति सोसाइटी से समाज के सभी वर्गों को रजोनिवृत्ति को बेहतर ढंग से समझने में मदद करने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाने का आह्वान किया।

राज्यपाल ने ओडिशा रजोनिवृत्ति सोसाइटी द्वारा ओडिशा प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञों के संघ (एओजीओ) के सहयोग से आयोजित पूर्वी क्षेत्र रजोनिवृत्ति सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि रजोनिवृत्ति को अंत के रूप में नहीं बल्कि जीवन के एक नए चरण के रूप में देखा जाना चाहिए जो शक्ति, ज्ञान और उद्देश्य से चिह्नित है।

उन्होंने कहा कि रजोनिवृत्ति एक प्राकृतिक जैविक परिवर्तन है जिसका अनुभव सभी महिलाएं करती हैं, फिर भी यह एक ऐसा विषय है जिसे अक्सर कलंक, चुप्पी, सीमित जागरूकता, अशिक्षा और अंधविश्वास के कारण टाला जाता है।

श्री कम्भमपति ने रजोनिवृत्ति पर खुलकर चर्चा करने और महिलाओं को वैज्ञानिक सहायता प्रदान करने के लिए डॉक्टरों, शोधकर्ताओं और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक साथ आने के लिए सराहना की।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित