एंटानानारिवो , अक्टूबर 15 -- मेडागास्कर में दो सप्ताह से चल रहे जेन जी आंदोलन को देखते हुए उच्च संवैधानिक न्यायालय (एचसीसी) ने अस्थायी तौर पर देश की सत्ता कर्नल माइकल रैंड्रियानिरिना को सौंप दी है।
उल्लेखनीय है कि मेडागास्कर में लगभग दो सप्ताह से चल रहे जेन-जी आंदोलन के बाद राष्ट्रपति एंड्री निरीना राजोइलिना राष्ट्रपति आवास छोड़कर किसी अनाम जगह पर चले गए थे। इससे देश में एक राजनीतिक निर्वात की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। इसके बाद मंगलवार को मेडागास्कर की सेना कैपसेट ने सत्ता के इस निर्वात को भरने का दावा करते हुए कर्नल रैंडियानिरिना के नेतृत्व में सत्ता पर कब्जा कर लिया था।
श्री रैंड्रियानिरिना ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए कहा था कि फिलहाल सेना सरकार बनाएगी और दो साल के भीतर देश में फिर से चुनाव करवाया जाएगा।
इस बीच राष्ट्रीय सभा के उपाध्यक्ष और एक प्रमुख विपक्षी नेता सितेनी थिएरी रैंड्रियानासोलोनियाको 12 अक्टूबर को एचसीसी में एक याचिका दायर की थी। उन्होंने एचसीसी से 'संविधान के बार-बार उल्लंघन, मौलिक स्वतंत्रताओं के अभाव और राज्य की व्यापक शिथिलता' को देखते हुए अदालत से हस्तक्षेप करने की मांग की थी। उन्होंने देश में चल रहे आंदोलन और आंदोलनकारियों पर हुई हिंसक कार्रवाई का भी हवाला दिया था।
एचसीसी ने पाया कि राष्ट्रपति एंड्री नीरीना राजोइलिना अपने कार्यों का निर्वहन करने में असमर्थ थे और फिलहाल किसी 'सुरक्षित स्थान' पर चले गए हैं। न्यायालय ने माना कि फिलहाल लोकतांत्रिक तरीके से सरकार चलाना संभव नहीं है, इसलिए राज्य का नेतृत्व कर्नल माइकल रेंड्रियानिरीना के नेतृत्व में सेना को सौंप दिया। अदालत ने हालांकि रैंड्रियानिरिना को संस्थाओं तथा संविधान का सम्मान करते हुए 30 से 60 दिनों के भीतर राष्ट्रपति चुनाव आयोजित करने का कार्य सौंपा है।
इस बीच कर्नल माइकल रैंड्रियानिरिना ने मंगलवार को शांति का आह्वान करते हुए प्रदर्शनकारियों से प्रदर्शनों को स्थगित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा की कि ये विरोध प्रदर्शन राज्य के वित्तीय घाटे को और बढ़ाने और देश के आर्थिक संकट को और बढ़ाने का जोखिम पैदा करते हैं। साथ ही नए राष्ट्रपति ने सभी सरकारी और निजी अधिकारियों से संस्थानों के पतन को रोकने और राष्ट्रीय व्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए अपनी दैनिक गतिविधियाँ फिर से शुरू करने का आह्वान किया।
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