ग्वालियर , अक्टूबर 16 -- मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में एक मुस्लिम महिला पुलिस अधिकारी के एक प्रकरण के निपटान के दौरान 'जय श्री राम' के नारे लगाने का मामला सामने आया है।

इससे जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वीडियो में कुछ वकील मुस्लिम महिला अधिकारी हिना खान को सनातन विरोधी बताते हुए 'जय श्री राम' के नारे लगाते हुए सुनाई दे रहे हैं। उन वकीलों के जवाब में सुश्री खान ये कहते हुए सुनाई दे रही हैं कि ये सनातन विरोध से जुड़ा मामला नहीं है, इसके साथ ही वे स्वयं भी ये नारे लगाने लगती हैं। इसके बाद सभी वकील चुप्पी साध गए और जिस आयोजन को लेकर विवाद हो रहा था, उसे टाल दिया गया।

दरअसल ये पूरा मामला ग्वालियर बार ऐसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अनिल मिश्रा द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर को लेकर की गई एक कथित विवादित टिप्पणी से जुड़ा है। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर खंडपीठ में डॉ अंबेडकर की प्रतिमा लगाने के मामले का वकीलों का एक समूह विरोध कर रहा था, अनिल मिश्रा भी इसी समूह में शामिल हैं। इसी क्रम में उन्होंने कथित तौर पर डॉ अंबेडकर को लेकर एक टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद दो अलग अलग समाज एक-दूसरे के आमने सामने आ गए हैं।

कल वकीलों के एक समूह ने आंदोलन की चेतावनी दी थी, लेकिन प्रशासन की सख्ती के बाद उसे टाल दिया गया था। हालांकि इसके बाद भी अनिल मिश्रा से जुड़ा समूह कल उनके जन्मदिन के अवसर पर सुंदरकांड कराने को लेकर अड़ा था।

हिना खान इसी आयोजन और संभावित तनाव को देखते हुए प्रशासनिक अमले के साथ वहां पहुंची थीं। वे वकीलों को समझाइश दे रहीं थीं, इसी दौरान वकीलों ने नारेबाजी शुरु कर दी थी।

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