नयी दिल्ली , दिसंबर 05 -- राष्ट्रपति द्रौपद्री मुर्मु ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में शुक्रवार को रात्रि भोज का आयोजन किया।

श्री पुतिन भारत-रुस वार्षिक शिखर बैठक में शामिल होने के लिए कल शाम यहां पहुंचे थे। आज सुबह उनका राष्ट्रपति भवन में पारम्परिक रुप से स्वागत किया गया था।

श्रीमती मुर्म ने रात्रि भोज के अवसर पर कहा कि आज की यह संध्या दोनों देशों की ऐसी ही मित्रता का अवसर है जो अनेक वर्षो से अटूट रही है और आने वाले समय में और प्रगाढ़ होगी। उन्होंने कहा कि यह अवसर विशेष महत्व रखता है क्योंकि हम भारत-रुस रणनीतिक भागीदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रहे है।

इस साझेदारी की नींव अक्टूबर 2000 में राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा के दौरान रखी गयी थी और वर्ष 2010 में यह विशेष रणनीतिक साझेदारी के अवसर पर आ गयी।

श्रीमती मुर्मु ने कहा कि भारत-रुस साझेदारी शांति , स्थिरता तथा परस्पर सामाजिक , आर्थिक और तकनीकी प्रगति के साझा संकल्प पर आधारित है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 दोनों देशों के बहुआयामी संबंधों के लिए अत्यंत सफल रहा है। इसमें उच्चस्तरीय राजनीतिक संवाद , व्यापार तथा अर्थव्यवस्था , रक्षा , परमाण सहयोग , अंतरिक्ष , विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा संस्कृति और दोनों देशों के लोगों के बीच संपर्क जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की गयी है।

भारत-रुस वार्षिक शिखर बैठक का उल्लेख करते हुए श्रीमती मुर्मु ने कहा कि इसके बाद जारी संयुक्त वक्तव्य दोनों देशों के विशेष संबंधों को अभिव्यक्त करता है और इसमें भविष्य के लिए सहभागिता को मजबूत बनाने के लिए एक व्यापक रुप रेखा प्रस्तुत की गयी है। राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देशों की संस्कृतियों के बीच संवाद सदियों पुराना है। गंगा और वोल्गा की संगम भावना हमारी मित्रता में प्रवाहित होती रही है और यह हमारे सहयोग का मार्गदर्शन करती रहेगी।

इससे पहले श्री पुतिन एवं श्री मोदी के बीच आज दिन में शिखर बैठक हुयी जिसमें दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। दोनों नेता बाद में भारत रुस व्यावसायिक फोरम की बैठक में भी शामिल हुए।

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